
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को उनके ही गांव जाने से रोकने पर बवाल मच गया। घटना उस वक्त की है जब चंद्रशेखर आजाद एक कार्यक्रम के लिए अपने गांव जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। इस फैसले से नाराज भीम आर्मी के कार्यकर्ता भड़क उठे और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
गुस्साए कार्यकर्ताओं ने सड़क पर जाम लगा दिया और कई वाहनों में तोड़फोड़ की। हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।
भीम आर्मी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह कार्रवाई चंद्रशेखर आजाद की आवाज को दबाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि यदि कोई नेता अपने ही गांव नहीं जा सकता, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरा है। वहीं प्रशासन का कहना है कि खुफिया रिपोर्ट के अनुसार गांव में तनाव की स्थिति हो सकती थी, इसी कारण उन्हें रोका गया।
पुलिस और प्रशासन ने मिलकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और भीड़ को शांत किया। फिलहाल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए निगरानी की जा रही है।
चंद्रशेखर आजाद ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कहा कि यह जनता की आवाज को दबाने की कोशिश है और वे इससे पीछे हटने वाले नहीं हैं। उन्होंने समर्थकों से शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करने की अपील भी की।
इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है। कई सामाजिक संगठनों ने भी प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।
--Advertisement--