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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर-पश्चिम जिले की साइबर पुलिस (Cyber Police of North-West District) ने 24 वर्षीय एक युवक (24-year-old man) को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर वर्क-फ्राम-होम जॉब स्कैम (work-from-home job scam) चला रहा था और ऑनलाइन रोजगार के अवसरों (online employment offers) का झांसा देकर लोगों को ठग रहा था। (Source Text)

'खेल' और 'शिकार': एक युवती का खुलासा

आरोपी की पहचान मोती नगर, पश्चिम दिल्ली (Moti Nagar, West Delhi) निवासी पार्थ भाटिया (Parth Bhatia) के रूप में हुई है। उसे मॉडल टाउन (Model Town) निवासी अंशुला शर्मा (Anshula Sharma) नामक महिला की शिकायत के बाद पकड़ा गया। (Source Text) शर्मा का आरोप है कि ₹15,000 और उसके Apple MacBook की ठगी (cheated of Rs 15,000 and her Apple MacBook) हुई, जब उसे एक धोखेबाज पार्ट-टाइम नौकरी के प्रस्ताव (fraudulent part-time job offer) से लुभाया गया। (Source Text)

'व्हाट्सएप' का 'नया दांव': सुरक्षा जमा और 'अपग्रेड' का बहाना

पुलिस के अनुसार, आरोपी ने शिकायतकर्ता से व्हाट्सएप (WhatsApp) के माध्यम से संपर्क किया और उसे रिमोट जॉब (remote job opportunity) का वादा किया। (Source Text) भरोसा जीतने के बाद, उसने "सुरक्षा जमा" (security deposit) के रूप में ₹15,000 का भुगतान करने के लिए कहा और उसका MacBook भी ले लिया, यह दावा करते हुए कि नौकरी के लिए इसमें 'अपग्रेड' (upgrade) की आवश्यकता थी। (Source Text)

यह डिवाइस आरोपी द्वारा व्यवस्थित रैपिडो सेवा (Rapido service) के माध्यम से उठाया गया था। (Source Text) उत्तर-पश्चिम जिले के साइबर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita - BNS) की धारा 318(4) के तहत FIR (नंबर 38/25) दर्ज की गई। (Source Text)

डिजिटल साक्ष्य का 'मास्टरस्ट्रोक' और 'आरोपी की पकड़'

मामले को सुलझाने के लिए इंस्पेक्टर दिनेश दहिया (Inspector Dinesh Dahiya) के नेतृत्व में एक विशेष टीम, SI राहुल, HC दीपक राणा, HC पवन, और HC मोहित के साथ, ACP राजीव कुमार (ACP Rajeev Kumar) और DCP भीष्म सिंह (DCP Bhisham Singh) की निगरानी में बनाई गई थी। (Source Text) टीम ने व्हाट्सएप आईपी लॉग (WhatsApp IP logs), रैपिडो बुकिंग विवरण (Rapido booking details), और अन्य डिजिटल साक्ष्यों (digital evidence) का विश्लेषण किया, जिसने उन्हें आरोपी का पता लगाने और उसके घर तक पहुंचने में मदद की। (Source Text)

गिरफ्तारी के बाद, अपराध में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन (mobile phone) बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान, पार्थ भाटिया ने जुआ की लत (gambling addiction) को पूरा करने के लिए यह स्कैम (scam) आयोजित करने की बात कबूल की। (Source Text) पुलिस ने यह भी पाया है कि स्कैम में इस्तेमाल किया गया व्हाट्सएप नंबर (WhatsApp number) कई साइबर फ्रॉड शिकायतों (cyber fraud complaints) से जुड़ा हुआ है। (Source Text)

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