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Up Kiran, Digital Desk: इंडियन प्रीमियर लीग का 2025 सीजन धीरे-धीरे अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इस बार एक ऐसी टीम है जिसने सबको चौंका दिया—चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)। पांच बार की चैंपियन टीम सबसे पहले प्लेऑफ की रेस से बाहर होने वाली टीम बन चुकी है। जब सबकी नजरें एक बार फिर सीएसके के ‘धोनी मैजिक’ पर थीं, तब टीम ने पूरे सीजन में ऐसा खेल दिखाया जो पूरी तरह उम्मीदों के उलट था।

इस असफलता की कई वजहें हैं—खराब टीम संयोजन, गलत रणनीति, चोटें और फॉर्म से बाहर खिलाड़ी। लेकिन इन सबके बीच मथीशा पथिराना की असफलता ने सबसे ज़्यादा ध्यान खींचा है। जिस खिलाड़ी को 13 करोड़ रुपए देकर रिटेन किया गया, वो पूरे सीजन में टीम के लिए एक भी मैच जीताने वाला परफॉर्मेंस नहीं दे सका।

13 करोड़ की उम्मीद, पर प्रदर्शन रहा फीका

आईपीएल 2025 से पहले हुए मेगा ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स ने जब अपने रिटेन प्लेयर्स की लिस्ट जारी की, तो सबको हैरानी हुई कि मथीशा पथिराना को 13 करोड़ रुपए में रिटेन किया गया है। यह वही खिलाड़ी हैं जिन्हें 2022 में सिर्फ 20 लाख की बेस प्राइस पर टीम ने साइन किया था। यानी उनकी वैल्यू में 6400% से ज्यादा का उछाल।

लेकिन जब बात मैदान पर खुद को साबित करने की आई, तो पथिराना इस मूल्यांकन के बिल्कुल भी करीब नहीं दिखे।

मैच खेले: 8

विकेट: 9

औसत: 33.11

इकॉनमी: 10.12

बेस्ट फिगर्स: 2/34

पंजाब किंग्स के खिलाफ हालिया मैच में उन्होंने जरूर 2 विकेट लिए, लेकिन 4 ओवर में 45 रन देकर फिर से आलोचना का केंद्र बन गए।

वाइड गेंदों के मामले में सबसे आगे: नियंत्रण में कमी सबसे बड़ी कमजोरी

टी20 क्रिकेट में गेंदबाजी करते वक्त लाइन और लेंथ पर नियंत्रण सबसे ज़रूरी होता है, खासकर डेथ ओवर्स में। लेकिन मथीशा पथिराना का इस मामले में रिकॉर्ड बेहद चिंताजनक रहा है।

आईपीएल 2025 में अब तक 8 मैचों में उन्होंने 26 वाइड गेंदें फेंकी हैं, जो कि किसी भी गेंदबाज द्वारा सबसे अधिक है। इसका सीधा मतलब है—नो बॉल्स, फ्री हिट्स, और अतिरिक्त रन। और ऐसे में विपक्षी बल्लेबाजों को सेट होने में मदद मिलती है, जिससे मैच टीम के हाथ से फिसल जाता है।

पथिराना का यह प्रदर्शन बताता है कि भले ही उनके पास लसिथ मलिंगा जैसी यॉर्कर डालने की कला है, लेकिन जब तक वह गेंद को नियंत्रण में नहीं ला पाते, उनकी उपयोगिता सीमित रह जाती है।

 चेन्नई सुपर किंग्स की रणनीति पर उठे सवाल

सीएसके हमेशा रणनीतिक टीम रही है, जो अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का संतुलन बनाकर चलती है। लेकिन इस बार रिटेंशन और टीम चयन में कई सवाल खड़े हुए हैं।

मथीशा पथिराना को इतनी बड़ी रकम देकर रिटेन करना क्या सही था?

टीम ने विदेशी खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा जताया, लेकिन घरेलू खिलाड़ियों को मौके देने में चूक की?

डैथ ओवर्स के लिए पथिराना को एकमात्र विकल्प मानना क्या टीम की सबसे बड़ी भूल थी?

पथिराना जैसे खिलाड़ी की असफलता केवल व्यक्तिगत नाकामी नहीं थी, बल्कि यह सीएसके की रणनीतिक चूक की प्रतीक भी बन गई।

 आईपीएल करियर: पथिराना ने अब तक क्या हासिल किया है?

मथीशा पथिराना को क्रिकेट के जानकार 'बेबी मलिंगा' कहते हैं। उनकी यॉर्कर गेंदों की शैली लसिथ मलिंगा से मिलती है, और शुरुआत में उन्होंने काफी प्रभावित भी किया।

अब तक आईपीएल में 28 मैचों में उन्होंने

विकेट: 43

औसत: 20.07

इकॉनमी: 8.69

इन आंकड़ों को देखने पर लगता है कि पथिराना का अब तक का सफर बुरा नहीं रहा, लेकिन 2025 का सीजन उनकी सबसे कमजोर कड़ी साबित हुआ। उन्हें रिटेन करने के बाद उनसे उम्मीदें और भी बढ़ गई थीं, लेकिन वह उन पर खरे नहीं उतर सके।

 आगे क्या? क्या पथिराना अगले सीजन में वापसी कर पाएंगे?

अब सवाल यह है कि क्या मथीशा पथिराना अगले सीजन में वापसी कर पाएंगे? चेन्नई सुपर किंग्स जैसी फ्रेंचाइजी खिलाड़ियों को मौका देने में विश्वास रखती है, लेकिन जब रिटेंशन पर करोड़ों खर्च किए जाते हैं, तो टीम को हर खिलाड़ी से मैच विनिंग परफॉर्मेंस की उम्मीद होती है।

अगर पथिराना को भविष्य में इस टीम का हिस्सा बने रहना है, तो उन्हें न केवल अपनी लाइन-लेंथ पर काम करना होगा, बल्कि मानसिक रूप से भी खुद को मजबूत बनाना होगा।

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