img

Death from Borewell: मध्य प्रदेश के गुना में 10 साल के सुमित को एक बोरवेल से बचाया गया। मगर इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। गुना एएसपी मानसिंह ठाकुर के मुताबिक, 10 साल का सुमित कल (28 दिसंबर) पतंग उड़ाते समय अपने ही खेत के बोरवेल में गिर गया। कल से हम बचाव कार्य कर रहे थे। आज सुबह 9.30 बजे सुमित को डिस्चार्ज कर दिया गया। बच्चे का अस्पताल में इलाज किया गया, मगर उसे बचाया नहीं जा सका।

गुना जिला प्रशासन पुलिस के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को बड़ी सफलता मिली और 16 घंटे के भीतर लड़के को बाहर निकाल लिया गया। उपचार के लिए सुमित को जिला अस्पताल ले जाया गया। सुबह तक प्रशासन और डॉक्टरों ने सुमित की हालत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी, मगर अब पता चला है कि इलाज के दौरान लड़के की मौत हो गई। लड़के की मौत की खबर सुनते ही उसके परिवार और गांव में मातम फैल गया।

शनिवार को एक दस साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया। घटना की सूचना मिलते ही गुना प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इसके बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। यह मामला गुना जिले के राघौगढ़ जनपद के जंजाल क्षेत्र के पिपलिया गांव का है। यहां रहने वाला 10 साल का लड़का सुमित मीना शनिवार शाम पतंग उड़ाते समय बोरवेल में गिर गया।

पहले तो किसी को समझ नहीं आया कि सुमित अचानक कहां चला गया। परिजनों ने पूरे गांव में उसकी तलाश की। इसके बाद उसने बोरवेल में देखा तो सुमित उसमें फंसा हुआ नजर आया। सूचना मिलते ही बचाव कार्य शुरू किया गया और जेसीबी मशीन की मदद से बोरिंग के पास गड्ढा खोदा गया।

मध्य प्रदेश में निरंतर हो रहे बोरवेल हादसों के चलते सीएम मोहन यादव ने सख्त कदम उठाया था। उन्होंने कहा था कि बोरवेल खुला रखने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी। इसके लिए किसान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। हालाँकि, लापरवाही और बोरवेल खुले रखने के कारण अभी भी दुर्घटनाएँ होती हैं।

--Advertisement--