Up Kiran, Digital Desk: भारत और चीन के बीच गलवान घाटी को लेकर जो विवाद चल रहा है, वह एक बार फिर चर्चा में आया है, लेकिन इस बार वजह एक बॉलीवुड फिल्म है। सलमान खान की फिल्म "बैटल ऑफ गलवान" का टीजर रिलीज होते ही चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। फिल्म, जो 2020 में हुए गलवान झड़प पर आधारित है, में भारतीय सैनिकों की बहादुरी और संघर्ष को दर्शाया गया है।
चीन का सरकारी मीडिया, ग्लोबल टाइम्स, इस फिल्म को लेकर काफी नाराज दिखाई दिया है। फिल्म के ट्रेलर में जो दृश्य दिखाए गए हैं, जैसे लाठी से हमले, सैनिकों का आमना-सामना और संघर्ष, उन्हें चीनी अखबार ने 'फिल्मी ड्रामा' और 'अतिरिक्त दिखावे' के रूप में खारिज किया। ग्लोबल टाइम्स ने सलमान खान को भी चिढ़ाया है, जो बजरंगी भाईजान जैसे फिल्मों के लिए चीन में लोकप्रिय हैं।
गलवान झड़प का मामला जानिए
गलवान घाटी लद्दाख का एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील क्षेत्र है, जहाँ भारत और चीन के बीच एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) गुजरती है। 1962 के युद्ध के बाद यह क्षेत्र हमेशा से तनावपूर्ण रहा है, लेकिन 2020 में यह एक हिंसक झड़प का स्थल बन गया। मई 2020 में भारत ने गलवान में अपनी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए सड़कें और पुल बनाना शुरू किया, जिस पर चीन ने आपत्ति जताई। इसके बाद 15-16 जून 2020 की रात को दोनों देशों के सैनिकों के बीच एक गंभीर संघर्ष हुआ, जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए, जिनमें कर्नल संतोष बाबू भी शामिल थे।
हालांकि चीन ने अपनी तरफ से ज्यादा नुकसान की जानकारी छिपाए रखी और केवल कुछ ही सैनिकों की मौत स्वीकार की। यह घटना चीन के लिए शर्मिंदगी का कारण बनी, क्योंकि पहली बार पीएलए (पेटी चाइनीज आर्मी) को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना का सामना करना पड़ा था।
चीन की असहजता का कारण
चीन का "गलवान" के नाम से इतना चिढ़ना इस बात से जुड़ा है कि यह घटना उसकी अजेय सेना की छवि को तोड़ती है। चीन हमेशा गलवान घाटी को अपना इलाका बताता रहा है, जबकि भारत इसे अपनी सीमा का हिस्सा मानता है। जब भी गलवान का नाम आता है, चीन की प्रतिक्रिया बहुत आक्रामक होती है, क्योंकि यह उसकी क्षेत्रीय दावों और सेना की प्रतिष्ठा को चुनौती देती है।
फिल्म की मुख्य भूमिका और सलमान खान की चुनौती
"बैटल ऑफ गलवान" फिल्म की कहानी कर्नल संतोष बाबू की वीरता और भारतीय सेना की जांबाजी पर आधारित है। सलमान खान इस फिल्म में शहीद कर्नल संतोष बाबू के किरदार में दिखाई देंगे। यह फिल्म केवल एक ऐतिहासिक ड्रामा नहीं है, बल्कि एक शौर्यगाथा है। सलमान खान खुद मानते हैं कि यह फिल्म उनके करियर की सबसे कठिन फिल्म है। फिल्म की शूटिंग और ट्रेनिंग ने उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौती दी है, लेकिन वह इसे अपनी जिम्मेदारी मानते हैं।
चीन का गुस्सा और फिल्म का उद्देश्य
चीन ने फिल्म के हर पहलू पर सवाल उठाया है, जैसे 200 भारतीय सैनिकों के मुकाबले 1200 चीनी सैनिकों की आमने-सामने की लड़ाई। ग्लोबल टाइम्स का मानना है कि फिल्म में दिखाए गए दृश्य वास्तविकता से परे हैं और भारतीय सेना की बहादुरी को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया गया है। लेकिन सच्चाई यह है कि गलवान घाटी में जो कुछ भी हुआ, वह पूरी दुनिया के सामने है, और उसे छुपाया नहीं जा सकता।
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