Up Kiran, Digital Desk: लालू प्रसाद यादव के घर में चल रहे तनाव ने बिहार की राजनीति को एक बार फिर हिला दिया है। रोहिणी आचार्य के भावुक आरोपों के बाद पूरा माहौल गरमा गया है। इसी बीच लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने उनकी बातों पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि वह एक बेटी के दर्द को महसूस कर सकते हैं। उन्होंने साफ कहा कि शादी के बाद किसी लड़की का मायका उससे छिन जाना कोई सही सोच नहीं है।
चिराग ने बिना किसी पर सीधा हमला किए, लालू परिवार से गुहार लगाई कि यह विवाद जल्द खत्म होना चाहिए। उनके अनुसार, परिवार की एकता ही किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक जीवन में मजबूत बनाती है। चिराग बोले कि राजनीतिक मतभेद अपनी जगह हैं, पर उन्होंने हमेशा लालू के बच्चों को अपने भाई-बहन जैसा माना है।
रोहिणी ने इससे पहले एक्स पर एक पोस्ट में दावा किया था कि कुछ करीबी रिश्तेदारों ने उनके साथ गाली-गलौज की और जूते-चप्पल तक से धमकाया। उनका कहना है कि इसी तनाव के कारण उन्हें अपना पैतृक घर छोड़ना पड़ा और राजनीति से दूरी बनानी पड़ी। उन्होंने अपने साथ हुए बर्ताव के लिए तेजस्वी यादव, संजय यादव, राहेल और रमीज़ को जिम्मेदार बताया, जबकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके माता-पिता और बहनों ने उनका साथ दिया।
इसी विवाद के बीच खबरें हैं कि लालू यादव की तीन बेटियाँ—राजलक्ष्मी, रागिनी और चंदा—अपने बच्चों के साथ दिल्ली चली गई हैं। पटना स्थित घर पर अब केवल लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती मौजूद हैं। अंदरखाने से जानकारी मिल रही है कि राजद की चुनावी हार के बाद से परिवार में तनाव लगातार बढ़ रहा था। बताया जाता है कि 15 नवंबर को विवाद इतना बढ़ गया कि मीसा भारती को बीच में आना पड़ा।
राजनीतिक हलकों में भी इस मसले पर प्रतिक्रियाएं तेज हैं। जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने इसे निजी मामला कहा और राजनीतिकरण से बचने की सलाह दी।




