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Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान में मानसून ने फिर से दस्तक देने की तैयारी कर ली है। अगस्त के आखिरी हफ्ते में राज्य के कई इलाकों में झमाझम बारिश होने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बन रहा नया सिस्टम अब प्रदेश के लिए राहत की बूंदें लेकर आ सकता है।

बीते 24 घंटों में प्रदेश के कुछ दक्षिणी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है, लेकिन अब आने वाले चार से पांच दिनों में खासतौर पर उदयपुर और जोधपुर संभाग में बादलों की मेहरबानी देखने को मिलेगी। इसके अलावा अजमेर, कोटा, जयपुर, बीकानेर और भरतपुर जैसे संभागों के भी कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी हो सकती है।

डूंगरपुर और सिरोही में भारी बारिश का अलर्ट

जयपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में प्रदेश के दक्षिणी इलाके ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। डूंगरपुर, सिरोही और उदयपुर जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। खास तौर पर 20 अगस्त को दक्षिणी राजस्थान में मूसलधार बारिश की स्थिति बन सकती है, जिससे स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।

सबसे ज्यादा पानी गिरा पाली में

शनिवार सुबह 8:30 बजे तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 24 घंटों में पाली जिले के बाली क्षेत्र में सबसे ज्यादा 70 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा उदयपुर के गोगुंदा में 7 सेमी, डूंगरपुर के देवल और भरतपुर के पहाड़ी में 6-6 सेमी, झालावाड़ के गंगधार, नाथद्वारा और कुंभलगढ़ में 5-5 सेमी वर्षा दर्ज की गई।

तापमान में भी दिखा उतार-चढ़ाव

बारिश की रफ्तार धीमी पड़ने का असर तापमान पर भी दिखा। बीते दिनों से कई इलाकों में गर्मी ने फिर से दस्तक दी है। सबसे अधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में रिकॉर्ड किया गया, जहां पारा 40.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान प्रतापगढ़ में 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

किसानों को मिल सकती है राहत

बारिश की यह वापसी कृषि के लिहाज से भी काफी अहम मानी जा रही है। लंबे समय से बारिश की कमी के चलते खेतों में नमी कम हो गई थी, जिससे फसलों पर असर पड़ रहा था। ऐसे में यदि पूर्वानुमान सही बैठते हैं, तो यह बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है।

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