
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी और विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नगरी तिरुपति को एक स्वच्छ और स्वस्थ शहर में बदलने का बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया गया है। तिरुपति के नगर निगम आयुक्त (टीडीपीसी) ने इस दिशा में दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है और कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की घोषणा की है। उनका उद्देश्य तिरुपति को न केवल तीर्थयात्रियों के लिए, बल्कि यहाँ के निवासियों के लिए भी एक आदर्श स्वच्छ और स्वस्थ शहर बनाना है।
स्वच्छता और स्वास्थ्य पर ज़ोर: कमिश्नर ने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसमें कचरा संग्रहण और निपटान से लेकर सार्वजनिक स्थानों की सफाई तक सब कुछ शामिल है। इसके साथ ही, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी कई उपाय किए जा रहे हैं।
कचरा संग्रहण और निपटान: शहर भर में कचरा संग्रहण और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसमें हर घर से कचरा इकट्ठा करने की प्रक्रिया को और मजबूत किया जाएगा।
अपशिष्ट पृथक्करण: सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग इकट्ठा करने पर जोर दिया जा रहा है ताकि उनका सही ढंग से निपटान हो सके। यह वैज्ञानिक अपशिष्ट प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मक्खी-मच्छर और आवारा पशु नियंत्रण: शहर को मक्खी-मच्छर मुक्त बनाने और आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए भी अभियान चलाए जाएंगे ताकि बीमारियों के प्रसार को रोका जा सके।
जुर्माना और जागरूकता: सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने वालों पर जुर्माना लगाने का प्रावधान भी सख्ती से लागू किया जाएगा। साथ ही, नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वे इसमें सक्रिय रूप से भाग ले सकें।
दैनिक निगरानी: कमिश्नर ने सभी वार्ड स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे दैनिक आधार पर सफाई व्यवस्था की निगरानी करें और किसी भी कमी को तुरंत दूर करें।
यह पहल तिरुपति को देश की सबसे स्वच्छ और स्वस्थ शहरों की श्रेणी में लाने में मदद करेगी। कमिश्नर ने इस कार्य में सभी नागरिकों, व्यापारियों और तीर्थयात्रियों से सहयोग की अपील की है ताकि इस लक्ष्य को हासिल किया जा सके और तिरुपति को वास्तव में एक स्वच्छ, स्वस्थ और सुंदर शहर बनाया जा सके।
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