
भारत में एक कार की बिक्री से जुड़ी कमाई मुख्य रूप से तीन पक्षों में बंटी होती है: निर्माता (OEM), डीलर और सरकार। आइए जानते हैं कि इन तीनों में से किसे कितनी कमाई होती है।
निर्माता (OEM)
कार निर्माता कंपनी को एक कार की बिक्री से अपेक्षाकृत कम लाभ होता है। उदाहरण के लिए, टोयोटा फॉर्च्यूनर की बिक्री पर निर्माता को लगभग ₹35,000 से ₹45,000 का मुनाफा होता है। यह मुनाफा उत्पादन लागत, कच्चे माल, श्रम और अन्य खर्चों के बाद बचता है। इसका मुख्य कारण उच्च करों और शुल्कों का होना है।
डीलर (Dealer)
डीलर को एक कार की बिक्री पर औसतन 2.9% से 7.5% तक का मार्जिन मिलता है। उदाहरण के लिए, यदि एक कार की एक्स-शोरूम कीमत ₹10 लाख है, तो डीलर को ₹29,000 से ₹75,000 तक का मुनाफा हो सकता है। यह मार्जिन ब्रांड और मॉडल के आधार पर भिन्न होता है।
सरकार
सरकार को एक कार की बिक्री से सबसे अधिक आय होती है। उदाहरण के लिए, एक लक्ज़री कार की बिक्री पर सरकार को लगभग ₹18 लाख तक की आय हो सकती है। यह आय विभिन्न करों जैसे GST (28% + 22% सेस), रोड टैक्स (10% से 20%), रजिस्ट्रेशन शुल्क और अन्य शुल्कों से होती है।
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