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Up kiran,Digital Desk : नालंदा में गुरुवार की सुबह एक गरीब परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। रोज की तरह साइकिल पर सवार होकर मजदूरी करने के लिए घर से निकले एक 45 वर्षीय अधेड़ को एक अज्ञात वाहन ने बेरहमी से कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा नूरसराय थाना क्षेत्र के यमुनापुर गांव के पास हुआ। मृतक की पहचान सिरसिया बीघा गांव के रहने वाले दिलीप यादव के रूप में हुई है।

इस घटना के बाद परिवार और स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने मुआवजे और हत्यारे वाहन चालक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव को बिहार शरीफ़-पटना मुख्य मार्ग पर रखकर सड़क जाम कर दी।

घर से 7 किलोमीटर दूर मौत ने मारा झपट्टा

परिवार वालों ने रोते-बिलखते हुए बताया कि दिलीप यादव दिहाड़ी मजदूर थे और हर दिन की तरह आज सुबह भी वह अपनी साइकिल से बिहार शरीफ काम करने के लिए निकले थे। जब वह घर से करीब 7 किलोमीटर दूर यमुनापुर गांव के पास पहुंचे, तभी किसी तेज रफ्तार अज्ञात गाड़ी ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया और कुचलते हुए निकल गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दिलीप की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

जैसे ही हादसे की खबर गांव और परिवार तक पहुंची, कोहराम मच गया। परिजन भागते हुए घटनास्थल पर पहुंचे और सड़क पर पड़े दिलीप के शव को देखकर चीख-पुकार करने लगे, जिससे वहां का माहौल बेहद गमगीन हो गया।

एक घंटे तक जाम रहा हाईवे, प्रशासन ने दिया 20 हजार का मुआवजा

घटना से आक्रोशित लोगों ने दिलीप के शव को बीच सड़क पर रखकर हाईवे को पूरी तरह से जाम कर दिया। इस वजह से करीब एक घंटे तक सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं और यातायात ठप हो गया।

सड़क जाम की सूचना मिलते ही नूरसराय के बीडीओ जियाउल हक, सीओ दीपक कुमार और थानाध्यक्ष अरविंद कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने गुस्साए लोगों को समझाया-बुझाया और इंसाफ का भरोसा दिया। प्रशासन की तरफ से तत्काल पारिवारिक लाभ योजना के तहत पीड़ित परिवार को 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी गई, जिसके बाद लोग शांत हुए और जाम हटाया गया।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि अज्ञात वाहन और उसके चालक की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी गई है। परिवार की तरफ से आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।