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जम्मू-कश्मीर की राजनीति में राज्यसभा चुनाव को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने ऐलान किया है कि कांग्रेस पार्टी राज्यसभा चुनाव में उनके उम्मीदवारों का समर्थन करेगी. यह फैसला दोनों पार्टियों के बीच चली लंबी बातचीत के बाद लिया गया है और इसे 'इंडिया' गठबंधन की एकजुटता के तौर पर देखा जा रहा है.

बीजेपी को रोकने के लिए विपक्ष एकजुट

फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "कांग्रेस ने फैसला किया है कि वे हमें (नेशनल कॉन्फ्रेंस को) राज्यसभा चुनाव में समर्थन देंगे." उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष विकार रसूल वानी से उनकी विस्तृत चर्चा हुई है. इस समर्थन का सीधा मकसद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को राज्यसभा की कोई भी अतिरिक्त सीट जीतने से रोकना है.

पीडीपी ने भी दिया सशर्त समर्थन

दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस के अलावा, महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने भी कुछ शर्तों के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस को अपना वोट देने का फैसला किया है. पीडीपी की मांग है कि एनसी सदन में स्थानीय लोगों के भूमि अधिकारों और दिहाड़ी मजदूरों को पक्का करने वाले बिलों का समर्थन करे.

क्या है सीटों का गणित: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बहुमत नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास है, और अपने दम पर वे दो सीटें आसानी से जीत सकते हैं. अब कांग्रेस और पीडीपी के समर्थन के बाद, एनसी की स्थिति और मजबूत हो गई है, जिससे विपक्ष की तीनों सीटों पर जीत की संभावना बढ़ गई है.

यह गठबंधन जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद विपक्ष की एकता का एक बड़ा प्रदर्शन है. अब देखना