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Up Kiran, Digital Desk:  अमेरिका के साथ चल रहे टैरिफ विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चीन यात्रा को लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता जयराम रमेश ने इस दौरे को राष्ट्रीय सुरक्षा तथा आर्थिक हितों की कसौटी पर परखने की मांग की है। जयराम रमेश ने याद दिलाया कि जून 2020 में गलवान घाटी की झड़प में 20 भारतीय जवानों ने अपनी जान गंवाई थी। 

उनका आरोप है कि उसी साल 19 जून को प्रधानमंत्री ने चीन की भूमिका पर सवाल उठाने के बजाय उसे क्लीन चिट दे दी थी। उन्होंने कहा कि सीमा पर स्थितियां आज तक सामान्य नहीं हुईं, इसके बावजूद सरकार बीजिंग से रिश्तों में नरमी दिखाकर उसकी आक्रामक नीति को ताकत दे रही है। कांग्रेस नेता ने उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह के हालिया बयान का जिक्र भी किया, जिसमें पाकिस्तान और चीन की बढ़ती नजदीकी को लेकर चिंता जाहिर की गई थी। 

रमेश ने कहा कि इस अहम मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की बजाय सरकार चुप रही और अब चीन को राजकीय दौरे के जरिए सम्मानित कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि तिब्बत में यारलुंग त्संगपो नदी पर चीन द्वारा प्रस्तावित मेगा हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट उत्तर पूर्वी भारत के लिए बड़ा खतरा है। कांग्रेस के मुताबिक, इस पर केंद्र सरकार ने अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी है। रमेश ने चीनी आयात को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उनके अनुसार, अनियंत्रित डंपिंग के कारण देश की सूक्ष्म, लघु और मध्यम इकाइयां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। जबकि अन्य देशों ने अपने उद्योगों को बचाने के लिए कड़े प्रतिबंध लगाए, भारत ने चीन से आयात पर ढील बरकरार रखी है।