
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं और इसी बीच महागठबंधन (जिसमें कांग्रेस, राजद और अन्य दल शामिल हैं) में अंदरूनी खींचतान की खबरें सामने आ रही हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा था कि गठबंधन के दलों में सीट बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है।
इस राजनीतिक उथल-पुथल के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश प्रभारी ने इन अफवाहों पर विराम लगाते हुए स्थिति को स्पष्ट किया है। उन्होंने साफ कहा कि महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है और सभी दल मिलकर भाजपा को हराने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे पर बातचीत चल रही है लेकिन अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। कांग्रेस नेता ने यह भी बताया कि सभी दलों के बीच संवाद बना हुआ है और किसी तरह का मनमुटाव नहीं है।
इस बयान से यह संकेत मिलता है कि महागठबंधन आने वाले चुनाव में एकजुट होकर उतरने की तैयारी में है। हालाँकि, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, दबाव और बढ़ेगा और तब ही असली तस्वीर सामने आएगी।
राजद और कांग्रेस के बीच पहले भी कुछ मुद्दों को लेकर मतभेद रहे हैं, लेकिन चुनावी रणनीति के तहत दोनों पार्टियाँ फिलहाल सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी से बच रही हैं।
बिहार की जनता भी इस बार नए मुद्दों और नेतृत्व की तलाश में है। ऐसे में महागठबंधन को अपनी एकजुटता साबित करनी होगी, ताकि मतदाताओं को भरोसा मिल सके कि वे एक मजबूत विकल्प दे सकते हैं।