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Haryana Assembly Election: हरियाणा चुनाव में करारी हार के बाद हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया ने सोमवार को कांग्रेस नेतृत्व से इस्तीफे की पेशकश की। गौरतलब है कि उन्होंने हरियाणा में चुनावी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है।

दीपक बाबरिया ने पार्टी नेतृत्व से कहा कि उन्हें हटाकर किसी नए व्यक्ति को जिम्मेदारी दी जाए। रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपक बाबरिया ने राहुल गांधी से कहा कि अब अगर किसी और को हरियाणा का प्रभारी बनाया जाता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।

मतदान के दौरान बाबरिया की तबीयत बिगड़ी

इससे पहले उन्होंने कहा था कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई थी। हालांकि, अब उनकी तबीयत ठीक है, लेकिन कभी-कभी तबीयत खराब हो जाती है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जब टिकट बंट रहे थे, तब भी बाबरिया बीमार थे और उनका ब्लड प्रेशर बढ़ने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था।

दीपक बाबरिया कौन है?

दीपक बाबरिया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के करीबी माने जाते हैं और पार्टी के जमीनी नेता हैं। जब कांग्रेस ने कर्नाटक में चुनाव जीता था, तो पार्टी ने उन्हें विधायक दल का नेता चुनने के लिए भेजा था।

उनकी मेहनत और लगन को देखते हुए पार्टी ने उन्हें दिल्ली और हरियाणा का प्रभारी बनाया। कार्यभार संभालने के बाद बाबरिया ने साफ संदेश दिया कि पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।

कांग्रेस तथ्य-खोज पैनल गठित करेगी

इस बीच, कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पिछले सप्ताह हरियाणा विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार पर समीक्षा बैठक की और एक तथ्यान्वेषी दल गठित करने का निर्णय लिया, जो सभी उम्मीदवारों से बात कर पराजय के कारणों का पता लगाएगा।

 

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