
Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए भारतीय सेना द्वारा की गई साहसिक कार्रवाई पर कांग्रेस पार्टी का बड़ा और महत्वपूर्ण बयान सामने आया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए हर कदम पर कांग्रेस सरकार के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा, "सरकार को हमारा पूरा समर्थन है। इस कार्रवाई को अंजाम देने वाले हमारे जांबाज सैनिकों को हम सलाम करते हैं।"
वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी पार्टी का रुख साफ करते हुए कहा, "हमने कार्यसमिति में इस महत्वपूर्ण विषय पर गहन चर्चा की है। भारतीय सेना को हमारा बिना शर्त और पूर्ण समर्थन है। इस सफल एक्शन के लिए हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस कार्यसमिति की ओर से उन्हें पूरा समर्थन है।"
यह जानना महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी कैंपों पर भारतीय सेना द्वारा किए गए इन हमलों के तुरंत बाद कांग्रेस पार्टी ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पार्टी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मौजूदा सुरक्षा स्थिति और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तृत चर्चा की।
कुल 9 जगहों पर हुए सटीक और विनाशकारी हमले
जानकारी के अनुसार, भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने बुधवार तड़के, पाकिस्तान की सीमा में घुसे बिना, पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों के कई महत्वपूर्ण ठिकानों पर अचूक और सटीक हमले किए। इन हमलों में कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण शिविरों, आतंकियों को भारत में भेजने वाले ‘लॉन्च पैड’ और उनके मुख्यालयों को निशाना बनाया गया। बताया जा रहा है कि भारत ने जब आधी रात के बाद ये हमले किए, उस समय पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में नौ महत्वपूर्ण स्थलों पर बड़ी संख्या में आतंकवादी मौजूद थे। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत किए गए इन हमलों के दौरान बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके में स्थित लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय को विशेष रूप से निशाना बनाकर तबाह किया गया।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ था 26 पर्यटकों का नृशंस हत्याकांड
यह कार्रवाई पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के जवाब में की गई है। आपको याद दिला दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने बर्बरता की हदें पार करते हुए 26 निर्दोष पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस नृशंस आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंधों में भारी तनाव आ गया था। भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए सिंधु जल समझौते को रोक दिया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया था कि जिन लोगों ने भी इस हमले को अंजाम दिया है, उन्हें और उनके आकाओं को ऐसी सजा मिलेगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सेना को इस आतंकी हमले का जवाब देने के लिए सैन्य कार्रवाई की पूरी छूट दे दी थी, जिसक परिणामस्वरूप यह सफल ऑपरेशन किया गया।
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