भारत में फिर से noro virus का प्रकोप हो जारी है। केरल में जनपद एर्नाकुलम के कक्कानाड में एक ही स्कूल के 19 छात्र noro virus से संक्रमित पाए गए हैं। कुछ छात्रों के माता-पिता भी संक्रमित बताए जा रहे हैं। noro virus के प्रकोप के बाद से पहली से 5वीं तक के छात्रों की कक्षाएं ऑनलाइन कर दी गई हैं।
प्रशासन ने वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी मुमकिन उपायों को लागू करना शुरू कर दिया है। दो दिन पहले जिले के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा था कि 62 छात्रों और कुछ परिजनों में noro virus के लक्षण थे. इनमें से दो के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। बीते वर्ष तिरुवनंतपुरम के विझिंजम में दो बच्चे noro virus से संक्रमित पाए गए थे। दो साल पहले वायनाड में भी कई बच्चे इस वायरस से संक्रमित हुए थे.
noro virus क्या है?
noro virus एक संक्रामक रोग है। इस गड़बड़ी के बाद पेट की शिकायत शुरू हो जाती है। इस कारण इसे 'पेट का फ्लू' या 'पेट का कीड़ा' भी कहते हैं। यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, हालांकि noro virus को पेट का फ्लू कहा जाता है, यह फ्लू के कारण नहीं होता है। यह एक संक्रामक वायरस है जो संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने, दूषित भोजन और पानी के सेवन से फैलता है।
दुनिया भर में noro virus से कितनी मौतें होती हैं?
WHO के अनुसार, noro virus दुनिया भर में लगभग 68.5 करोड़ लोगों को संक्रमित करता है। इनमें से 20 करोड़ मरीज पांच साल से कम उम्र के बच्चे हैं। डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि noro virus हर साल 20 लाख लोगों की जान लेता है। जिसमें 50 हजार से ज्यादा बच्चे शामिल हैं।
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