
बीते 2 महीनों से इन्फ्लुएंजा 'ए' सब वेरिएंट एच3एन2 वायरस पूरे देश में तेजी से फैल रहा है, और कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।
इस संदर्भ में सावधानी के तौर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी प्रदेश के अस्पतालों को इस संबंध में उपाय करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। सभी प्राइवेट एवं सरकारी अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. देश के सभी अस्पतालों में 10 और 11 अप्रैल को सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए मॉक ड्रिल के आदेश दिए गए हैं. साथ ही भीड़ भाड़ वाली जगहों मास्क का इस्तेमाल करने को कहा गया है।
फरवरी के मध्य से देश के कई प्रदेशों में कोविड-19 पॉजटिव की संख्या में इजाफा देखा गया है. इनमें केरल और महाराष्ट्र क्रमश: पहले दो पायदान पर हैं। मौजूदा एक्टिव मरीजों के आंकड़ों के मुताबिक केरल में 26 %, महाराष्ट्र में 21.7 %, गुजरात में 13.9 % है.
हालांकि मामलों की संख्या बढ़ रही है, मृत्यु दर कम है, रोगियों को उपचार के लिए हॉस्पिटल में एडमिट होने की आवश्यकता नहीं है, और इन्फ्लूएंजा एक मौसमी वायरस है। इन्फ्लुएंजा 'ए' सब वेरिएंट एच3एन2 और एच1एन1 वायरस से संक्रमित रोगियों में भी इजाफा हुआ है।
सोमवार को अलग से निर्देश दिए जाएंगे
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सोमवार को आयोजित ऑडियो-विजुअल बैठक में मॉक ड्रिल कैसे की जानी चाहिए, इस पर अलग से निर्देश दिए जाएंगे। पत्र पर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के सचिव राजेश भूषण की मजूरी भी हैं।
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