img

Up Kiran, Digital Desk:  अगर आपको लगता है कि क्रिकेट, फुटबॉल और टेनिस ही भारत में खेले जाने वाले असली खेल हैं, तो शायद आप गलत हैं। अमेरिका से शुरू हुआ और अब पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा एक नया और मजेदार खेल 'पिकलबॉल' अब भारत के शहरों में भी अपनी धूम मचा रहा है। और इस बार इस खेल का सबसे बड़ा मेला, यानी राष्ट्रीय चैंपियनशिप, पहली बार 'गार्डन सिटी' बैंगलोर में सजने जा रहा है।

जी हां, 13 से 16 नवंबर तक, बैंगलोर के मशहूर "द क्लब" में "इंडियन नेशनल पिकलबॉल चैंपियनशिप 2025" का आयोजन किया जाएगा। ये चार दिन बैंगलोर के खेल इतिहास में एक नया पन्ना जोड़ने वाले हैं, क्योंकि शहर पहली बार इस अनोखे खेल के राष्ट्रीय मुकाबले की मेजबानी कर रहा है।

इस मौके पर भारतीय पिकलबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष, श्री अरविंद प्रभु ने खुशी जताते हुए कहा, "भारत में पिकलबॉल की लोकप्रियता को बढ़ता हुआ देखकर हमें बहुत खुशी हो रही है। पिछली बार हमारी चैंपियनशिप में 16 राज्यों से खिलाड़ी आए थे, लेकिन इस बार यह संख्या 20 को पार कर जाएगी और हम लगभग 500 खिलाड़ियों के आने की उम्मीद कर रहे हैं। बैंगलोर में इस खेल को लेकर जो उत्साह दिख रहा है, वो कमाल का है।"

आखिर ये 'पिकलबॉल' है क्या?

पिकलबॉल को आप टेनिस, बैडमिंटन और टेबल टेनिस का एक मजेदार 'कॉकटेल' समझ सकते हैं। यह खेल बहुत ही आसान और मजेदार है।

यह बैडमिंटन के साइज के कोर्ट पर खेला जाता है।

इसमें नेट की ऊंचाई टेनिस की तरह कम होती है।

खिलाड़ी टेबल टेनिस जैसे दिखने वाले ठोस पैडल (रैकेट) का इस्तेमाल करते हैं।

और गेंद प्लास्टिक की होती है, जिसमें छेद बने होते हैं।

इस खेल की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे हर उम्र का इंसान आसानी से खेल सकता है, इसीलिए यह विदेशों में एक बेहतरीन 'फैमिली स्पोर्ट' भी बन चुका है।

बैंगलोर में होने वाली यह चैंपियनशिप कर्नाटक के खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा मौका है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर अपना दम दिखा सकें। कर्नाटक राज्य पिकलबॉल एसोसिएशन (KSPA) इस खेल को पूरे राज्य, खासकर स्कूल और कॉलेजों में पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।

इस बार कर्नाटक की ओर से चेतन राव, लीला लक्ष्मी और सागर मंडन्ना जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी मैदान में उतरेंगे, जिन्हें अपने घरेलू दर्शकों से काफी उम्मीदें हैं। यह उम्मीद की जा रही है कि यह चैंपियनशिप बैंगलोर में एक 'पिकलबॉल क्रांति' की शुरुआत करेगी।