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Cricket News: क्रिकेट में टैलेंट जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है कायदे और सेल्फ कंट्रोल। इतिहास गवाह है कि कई मशहूर खिलाड़ी सिर्फ अपनी लापरवाही और गलत आदतों की वजह से अपना करियर बर्बाद कर बैठे।

ऐसा ही एक नाम है विनोद कांबली जो कभी सचिन तेंदुलकर के समकालीन थे और उनके जैसा ही स्टारडम हासिल कर सकते थे। लेकिन शराब की लत ने उनके करियर पर ऐसा ब्रेक लगाया कि वह क्रिकेट जगत से ही गायब हो गए। आखिर नतीजा ये  हुआ कि उनका लीवर तक डैमेज हो गया।

तेंदुलकर और कोहली से बड़ा खिलाड़ी बन सकता था ये क्रिकेटर

विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर दोनों ने साथ में क्रिकेट की शुरुआत की थी। मुंबई के शिवाजी पार्क में कोच रमाकांत आचरेकर की देखरेख में दोनों ने अपने करियर की नींव रखी थी। स्कूल क्रिकेट में कांबली का प्रदर्शन इतना शानदार था कि वे तेंदुलकर से भी ज्यादा आक्रामक बल्लेबाज माने जाते थे। 1993 में अपने शुरुआती टेस्ट करियर में उन्होंने निरंतर दो दोहरे शतक जड़े, जिससे वे रातों-रात स्टार बन गए।

बता दें कि एक ओर सचिन तेंदुलकर ने कायदे कानून और मेहनत से खुद को महान बनाया। वहीं कांबली गलत संगत और शराब के आदी होते चले गए। नतीजा ये हुआ कि टीम इंडिया में उनका स्थान पक्का नहीं रहा और वे जल्द ही टीम से बाहर हो गए।