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Up Kiran, Digital Desk: श्रीलंका में भयंकर तबाही मचा चुका चक्रवाती तूफान दित्वाह अब भारत की तरफ़ तेज़ी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि रविवार सुबह तक यह दक्षिणी तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तट से टकरा सकता है। शनिवार को ही रामनाथपुरम और नागपट्टिनम में इतनी तेज़ बारिश हुई कि सड़कें नदियां बन गईं।

श्रीलंका में तो हालात और भी भयावह हैं। वहां इस तूफान ने अब तक 132 लोगों की जान ले ली है जबकि 171 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। पूरा देश आपातकाल में है। भारत ने अपने पड़ोसी की मदद के लिए तुरंत कदम उठाया। शनिवार को ही भारतीय वायुसेना का C-130J हरक्यूलिस विमान 12 टन राहत सामग्री लेकर कोलंबो पहुंच गया। इस बचाव अभियान का नाम रखा गया है – ऑपरेशन सागर बंधु।

तमिलनाडु सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। राजस्व मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने बताया कि अभी तक राज्य में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है लेकिन पूरी तैयारी कर ली गई है। NDRF की 14 टीमें और SDRF की टीमें चेन्नई, विल्लुपुरम, नागपट्टिनम, तंजावुर समेत कई जिलों में तैनात हैं। पुडुचेरी में भी एक अतिरिक्त टीम भेजी गई है जहां रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। मछुआरों को सख्त हिदायत दी गई है कि मौसम साफ होने तक समुद्र में न जाएं।

बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। चेन्नई एयरपोर्ट से शनिवार को 54 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। एयर इंडिया समेत कई कंपनियों ने यात्रियों से कहा है कि वे अपनी फ्लाइट का स्टेटस पहले चेक कर लें। रेलवे ने भी कई ट्रेनें कैंसिल या डायवर्ट की हैं। पंबन ब्रिज पर हवा की रफ्तार थोड़ी कम हुई है इसलिए रामेश्वरम जाने वाली ट्रेनें जल्द शुरू हो सकती हैं।