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Up Kiran, Digital Desk: अक्तूबर का महीना उत्तर प्रदेश में मौसम के अनुकूल और नकारात्मक बदलाव के बीच बसा हुआ है। इस बार मौसम विभाग ने एक और अप्रत्याशित घटना की भविष्यवाणी की है। अगले कुछ दिन राज्य में मौसम में गहरा बदलाव आने वाला है, और इसका मुख्य कारण है बंगाल की खाड़ी में बन रहे वेदर सिस्टम और अरब सागर से आ रही नमी।

चक्रवात मोंथा का उत्तर प्रदेश पर असर

मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बना गहन अवदाब अब चक्रवाती तूफान मोंथा में बदलने की प्रक्रिया में है। यह चक्रवात अब आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट के पास पहुंचने वाला है। मोंथा के प्रभाव से उत्तर प्रदेश और बिहार में 29 से 31 अक्टूबर तक बारिश की संभावना बढ़ गई है। विशेषकर, पूर्वांचल और बुंदेलखंड के इलाके इसका ज्यादा शिकार हो सकते हैं।

तापमान में गिरावट, दिन में ठंड का असर

उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में सोमवार शाम तक हल्की बारिश हुई, जिसके बाद तापमान में अचानक गिरावट आई। लखनऊ सहित कई जिलों में पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो आमतौर पर इस समय के मौसम के हिसाब से कम है। दिनभर की बूंदाबांदी और बादल छाए रहने के कारण गर्मी से राहत मिली, लेकिन ठंड का असर भी बढ़ गया।

किसानों की चिंता बढ़ी

किसानों के लिए ये मौसम चिंता का कारण बन चुका है, खासकर धान की फसल के मामले में। किसानों को डर है कि अगर बारिश ने फसल को प्रभावित किया तो भारी नुकसान हो सकता है। कई जिलों में धान की कटाई जोरों पर थी, और बारिश ने इस प्रक्रिया में रुकावट डाल दी है।

30 अक्टूबर को भारी बारिश का अनुमान

मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि चक्रवात मोंथा का प्रभाव 30 अक्टूबर को सबसे ज्यादा महसूस होगा। इस दिन वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, 29 से 31 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी तेज हवा और गरज के साथ बारिश हो सकती है।

क्या होगा मौसम का आगे का हाल?

मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिन राज्य के मौसम में बदलाव बना रहेगा। हालांकि, इसके बाद स्थितियां सामान्य हो सकती हैं। दो दिन बाद तापमान में पुनः वृद्धि हो सकती है, जिससे मौसम एक बार फिर गरम हो सकता है।