
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयर इंडिया के संचालन में बड़ी चूक पाए जाने के बाद उसे अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए हैं। DGCA ने हाल ही में एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को रोस्टर संबंधी विभाग से तत्काल हटाने और इस संबंध में 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
क्या है पूरा मामला?
1. DGCA ने पाया कि एयर इंडिया ने प्लेन कैंसिल होने और चालक दल के नियोजन में कई गंभीर नियमों की अवहेलना की है। इससे यात्रियों को अत्यधिक परेशानी हुई और हवाई संचालन बाधित हुआ ।
2. खासकर चालक दल के रोस्टर विभाग में गंभीर लापरवाही सामने आई। DGCA ने कहा कि इस विभाग के कर्मचारी नई पायलट ड्यूटी मानदंडों के लागू होने से पहले ही इन जिम्मेदारियों को ठीक से पूरा नहीं कर रहे थे ।
3. इसके अलावा, DGCA ने Airbus वैमानिक निरीक्षण और एयरवर्थिनेस संबंधित सिस्टम की नियमित जांच में भी चूक पाई। तीन एयरबस विमानों की आवश्यक जांच लंबित थी लेकिन वे उड़ानों में लगाए गए थे, जो नियमों का उल्लंघन था ।
DGCA का रुख और कार्रवाई
DGCA ने तीन सीनियर अधिकारियों को तुरंत हटाने का आदेश दिया है, जिनमें क्रू रोस्टर प्रमुख भी शामिल हैं ।
एयर इंडिया को 10 दिनों के भीतर सुधारात्मक रिपोर्ट देने को कहा गया है, जिसमें इन नियमों की अवहेलना के कारणों का विवरण और भविष्य में इन्हें रोकने की रणनीति शामिल हो।
DGCA ने साफ कहा है कि यह कदम यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है ।
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
एयर इंडिया ने कहा है कि उसने तीन अधिकारियों के खिलाफ आंतरिक जांच शुरू कर दी है। एयरलाइन ने यह भी बताया कि वह DGCA के निर्देशों को गंभीरता से ले रही है और व्यवस्था सुधारने के लिए तत्पर है।
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