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Up Kiran, Digital Desk: अगर आप भी आने वाले त्योहारों, जैसे दशहरा, दिवाली और छठ पर हवाई जहाज से अपने घर जाने  बना रहे तो यह ख़बर आपके लिए ही . हर साल की तरह इस साल भी त्योहारों के नज़दीक आते ही हवाई टिकटों की क़ीमतें आसमान छूने लगी थीं. लेकिन, अब इस मनमानी पर लगाम लगाने के लिए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) मैदान में उतर आया है.

DGCA ने सभी एयरलाइन कंपनियों को एक सख़्त निर्देश जारी किया है, जिससे त्योहारी सीजन में यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.

DGCA ने दिए दो बड़े निर्देश: किरायों पर लगाम लगाएं (Cap the Fares): DGCA ने एयरलाइंस से साफ कहा है कि वे त्योहारी सीजन के दौरान हवाई किराए को एक निश्चित सीमा में रखें. इसका मतलब है कि एयरलाइंस अब मनमाने ढंग से दाम नहीं बढ़ा पाएंगी, ख़ासकर उन रूट्स पर जहाँ यात्रियों की संख्या बहुत ज़्यादा होती है.

अतिरिक्त उड़ानें चलाएं (Add More Flights): किराए को कंट्रोल करने का सबसे अच्छा तरीका  सीटों की संख्या बढ़ाना. इसलिए, DGCA ने एयरलाइन्स को निर्देश दिया है कि वे ज़्यादा मांग वाले रूट्स पर अतिरिक्त उड़ानें (more flights) चलाएं. ज़्यादा फ्लाइट्स होने से सीटों की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे अपने-आप क़ीमतों में कमी आएगी.

क्यों ज़रूरी था यह कदम: हर साल जैसे ही दशहरा, दिवाली और ख़ासकर छठ पूजा का समय आता है, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल जाने वाली फ्लाइट्स का किराया आसमान छूने लगता ਹੈ. कई बार तो किराया सामान्य दिनों के मुकाबले 3 से 4 गुना तक ज़्यादा हो जाता है, जिससे आम आदमी के लिए हवाई यात्रा करना.

DGCA का यह कदम इसी समस्या को ध्यान में रखकर उठाया गया है ताकि लोग बिना अपनी जेब पर भारी बोझ डाले, त्योहारों पर अपने परिवार के पास पहुंच सकें.

यह फ़ैसला उन लाखों लोगों के लिए एक बड़ी राहत है जो इस त्योहारी सीजन में हवाई यात्रा करने की योजना बना रहे हैं. अब उम्मीद  कि इस बार आपका हवाई सफ़र किफ़ायती और आरामदायक होगा.