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Up Kiran, Digital Desk: तमिल फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता और 'तमिलगा वेत्री कझगम' (टीवीके) के संस्थापक विजय ने रविवार को कांचीपुरम जिले के एक शैक्षिक संस्थान में अपनी पार्टी की पहली बड़ी सभा की। यह कार्यक्रम करूर में सितंबर महीने में हुई दुखद भगदड़ के बाद विजय की पहली महत्वपूर्ण राजनीतिक गतिविधि थी, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई थी।

सभा में विजय ने सत्तारूढ़ पार्टी, द्रमुक (डीएमके), की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि द्रमुक जनता को "नाटक" के जरिए धोखा दे रही है और पार्टी की वंशवाद की राजनीति पर भी निशाना साधा। विजय ने कहा, "डीएमके खोखले वादे करती है, जबकि टीवीके अपनी नीतियों को जमीन पर लागू करता है।"

सख्त सुरक्षा इंतजाम और नए दिशा-निर्देश
कांचीपुरम में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। लगभग 1,500-2,000 लोगों को क्यूआर कोड वाले पास जारी किए गए थे, और टिन-शीट बैरिकेड्स के जरिए अनधिकृत प्रवेश को रोका गया। सभा स्थल पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने चमकीले पीले रंग की टी-शर्ट और टोपी पहन रखी थी, जो सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षित थे। इसके अलावा, निजी सुरक्षा एजेंसियों के बाउंसर और अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी भी तैनात किए गए थे।

कार्यक्रम के लिए आयोजकों ने जिला पुलिस अधीक्षक से औपचारिक सुरक्षा की भी मांग की थी, ताकि सभा के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके। इसके साथ ही उपस्थित लोगों के लिए पेयजल, भोजन, और वाहन की व्यवस्था भी की गई थी।

टीवीके की नीतियां: समानता, शिक्षा, और जाति जनगणना
विजय ने अपनी पार्टी की नीतियों को उजागर करते हुए कहा कि टीवीके जनता के बीच हमेशा से वास्तविक बदलाव लाने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी संविधान में शिक्षा को समवर्ती सूची से राज्य सूची में स्थानांतरित करने की पक्षधर है। साथ ही, उन्होंने जाति जनगणना कराए जाने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी हमेशा समानता और सामाजिक न्याय के पक्ष में रही है।