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Up Kiran, Digital Desk: दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने भारत के खिलाफ तीसरे वनडे में बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। अपने सलामी जोड़ीदार रयान रिकेल्टन का विकेट जल्दी गंवाने के बावजूद डी कॉक ने टेम्बा बावुमा के साथ मिलकर शानदार साझेदारी की और स्कोरबोर्ड को गतिमान रखा। दोनों ने मिलकर 113 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिससे दक्षिण अफ्रीका को मजबूती मिली। हालांकि, बीच के ओवरों में मेहमान टीम ने कुछ विकेट गंवाए, लेकिन डी कॉक ने 80 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और अपनी टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकाला।

अंततः, डी कॉक 106 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन उनके शतक ने दक्षिण अफ्रीका को 350 रनों के पार जाने की उम्मीद दी। हालांकि, यह लक्ष्य हासिल करना इतना आसान नहीं होगा क्योंकि भारत के कप्तान केएल राहुल की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लेकर दबाव बनाए रखा।

क्विंटन डी कॉक ने तोड़े कई वनडे रिकॉर्ड

डी कॉक का यह शतक इतिहास में दर्ज हो गया है, और इसके साथ ही उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। यहां कुछ प्रमुख रिकॉर्ड्स दिए गए हैं:

एकदिवसीय मैचों में एक विकेटकीपर द्वारा सर्वाधिक शतक

क्विंटन डी कॉक: 23

कुमार संगकारा: 23

शाई होप: 19

भारत के खिलाफ सर्वाधिक एकदिवसीय शतक

क्विंटन डी कॉक: 07

सनथ जयसूर्या: 07

एबी डिविलियर्स: 06

एक टीम के खिलाफ विकेटकीपर द्वारा सर्वाधिक एकदिवसीय शतक

क्विंटन डी कॉक बनाम भारत: 07

एडम गिलक्रिस्ट बनाम श्रीलंका: 06

विदेशी धरती पर सर्वाधिक एकदिवसीय शतक

क्विंटन डी कॉक: 07 (भारत में)

दक्षिण अफ्रीका के मध्यक्रम में आई गिरावट

जहां एक ओर डी कॉक ने शानदार बल्लेबाजी की, वहीं दक्षिण अफ्रीका का मध्यक्रम संघर्ष करता दिखा। प्रसिद्ध कृष्णा और कुलदीप यादव ने मेज़बान टीम के लिए मैच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मध्यक्रम को ढहाने में अहम योगदान दिया। नियमित अंतराल पर विकेट गिरने के बावजूद, प्रोटियाज़ बल्लेबाज़ों ने अधिकतर छक्कों पर ध्यान दिया, जिससे उनकी लय टूट गई और वे 350 रन के आंकड़े को छूने में सफल नहीं हो पाए।

दक्षिण अफ्रीका का लक्ष्य 350 के पार जाना था, लेकिन विकेट की नियमित गिरावट ने इस लक्ष्य को कठिन बना दिया। हालांकि, डी कॉक का शतक और शुरुआती साझेदारी ने टीम को चुनौतीपूर्ण स्थिति में डाल दिया।