
Up Kiran, Digital Desk: कर्ज के जानलेवा डिजिटल जाल ने एक और जिंदगी लील ली है। बेंगलुरु में 32 वर्षीय ऑटो चालक रमेश ने डिजिटल लोन ऐप कंपनियों के एजेंट्स की कथित प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। यह घटना एक बार फिर अनियंत्रित ऑनलाइन ऋण प्लेटफॉर्म्स के खतरे को उजागर करती है।
रमेश, अपनी पत्नी और दो बच्चों का भरण-पोषण करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने कई डिजिटल लोन ऐप से कर्ज लिया था। पुलिस के अनुसार, जैसे ही रमेश कर्ज की किस्तें चुकाने में विफल रहे, इन ऐप के एजेंट्स ने उन्हें लगातार परेशान करना शुरू कर दिया। उन्हें लगातार फोन आते थे और धमकियाँ दी जाती थीं। बात यहीं खत्म नहीं हुई, इन एजेंट्स ने रमेश के रिश्तेदारों और दोस्तों को भी धमकी भरे मैसेज भेजने शुरू कर दिए, जिससे वह सामाजिक रूप से भी बहुत दबाव में आ गए।
इस असहनीय मानसिक प्रताड़ना से टूटकर, रमेश ने महालक्ष्मी लेआउट स्थित अपने घर में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
घटना की सूचना मिलते ही महालक्ष्मी लेआउट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। यह दुखद घटना ऐसे कई मामलों में से एक है जहाँ लोग डिजिटल ऋण ऐप्स के शिकार हो जाते हैं। इन ऐप्स द्वारा दिए जाने वाले छोटे, त्वरित ऋण अक्सर अत्यधिक ब्याज दरों और आक्रामक वसूली प्रथाओं के साथ आते हैं, जो कर्जदारों को गहरे संकट में धकेल देते हैं। अधिकारियों और जनता दोनों के लिए यह एक गंभीर चेतावनी है कि ऐसे ऐप से सतर्क रहें और केवल विश्वसनीय तथा विनियमित स्रोतों से ही ऋण लें।
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