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Up Kiran, Digital Desk: हमारे विदेश मंत्री, एस. जयशंकर जी, ने हाल ही में साइप्रस के अपने साथी मंत्री, कॉन्स्टेंटिनोस कोम्बोस, के साथ फोन पर बातचीत की। यह बातचीत साइप्रस के मंत्री के भारत दौरे के ठीक बाद हुई, जिससे पता चलता है कि दोनों देश अपने रिश्तों को कितना महत्व दे रहे हैं।

इस बातचीत के दौरान, जयशंकर जी ने साइप्रस का दिल से धन्यवाद किया। उन्होंने खास तौर पर इस बात के लिए आभार जताया कि साइप्रस ने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) में भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। यह समर्थन अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की स्थिति को मज़बूत करने में काफी मददगार होता है।

सिर्फ धन्यवाद तक बात सीमित नहीं रही। दोनों नेताओं ने भविष्य में भारत और साइप्रस के बीच दोस्ती और सहयोग को और ज़्यादा कैसे बढ़ाया जा सकता है, इस पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने मिलकर काम करने के नए रास्ते तलाशने और मौजूदा सहयोग को और गहरा करने पर सहमति जताई।

यह बातचीत दिखाती है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी अच्छे हैं और वे एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। चाहे वह अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर हो या द्विपक्षीय स्तर पर सहयोग बढ़ाना हो, भारत और साइप्रस मिलकर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। विदेश मंत्रियों की यह बातचीत इस मज़बूत रिश्ते का ही एक सबूत है।

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