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Up kiran,Digital Desk : दिल्ली वालों के लिए कुत्तों का आतंक कोई नई बात नहीं है, लेकिन राजधानी के प्रेम नगर (रोहिणी) इलाके से जो खबर आई है, उसने एक बार फिर हर माता-पिता को डरा दिया है। यहाँ एक 6 साल के मासूम बच्चे, देवांग, पर एक पिटबुल कुत्ते ने ऐसा जानलेवा हमला किया कि सुनने वालों के रोंगटे खड़े हो गए।

घटना विनय एन्क्लेव की है। बच्चा अपने घर के बाहर मजे से खेल रहा था, लेकिन उसे अंदाज़ा भी नहीं था कि पड़ोस का एक दरवाजा उसके लिए मौत का दरवाजा बन जाएगा।

वो खौफनाक 5 मिनट

प्रत्यक्षदर्शियों यानी चश्मदीदों ने जो बताया वो डरावना है। देवांग अपने घर के बाहर खेल रहा था, तभी उसके पड़ोसी राजेश पाल के घर का दरवाजा खुला और उनका पालतू पिटबुल बाहर निकल आया। कुत्ते को देखते ही बच्चा घबरा गया।

अपनी जान बचाने के लिए नन्हा देवांग गली में भागा, लेकिन बदकिस्मती से उसका पैर फिसला और वह जमीन पर गिर गया। बस फिर क्या था, खूंखार कुत्ते ने उसे दबोच लिया। कुत्ते ने बड़ी बेरहमी से बच्चे के दाहिने कान को अपने दांतों में जकड़ लिया और शरीर के कई हिस्सों को नोच डाला।

मोहल्ले वालों ने बचाई जान

बच्चे की दर्दनाक चीखें सुनकर उसके घर वाले और आस-पास के लोग दौड़े। मंजर इतना भयानक था कि एक पल के लिए लोग भी सहम गए, लेकिन फिर सबने हिम्मत दिखाई और किसी तरह कुत्ते को भगाकर बच्चे को छुड़ाया। अगर मोहल्ले वाले वक्त पर न आते, तो शायद अनहोनी और बड़ी हो सकती थी।

हालत नाजुक, सफदरजंग रेफर

देवांग के पिता, दिनेश, जो एक प्राइवेट फैक्ट्री में काम करते हैं, तुरंत बेटे को लेकर रोहिणी के एक निजी अस्पताल भागे। लेकिन बच्चे की हालत इतनी गंभीर थी और घाव इतने गहरे थे कि डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। उसे फौरन बड़े सरकारी अस्पताल सफदरजंग रेफर कर दिया गया। फिलहाल, बच्चा वहीं अपनी जिंदगी और दर्द से लड़ रहा है।

जेल में है कुत्ते का असली मालिक

पुलिस ने भी मामले में तेजी दिखाते हुए कुत्ते के मौजूदा मालिक राजेश पाल को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन कहानी में एक पेंच है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि यह कुत्ता राजेश ने नहीं, बल्कि उसके बेटे सचिन ने करीब डेढ़ साल पहले शौक-शौक में खरीदा था।

हैरानी की बात यह है कि सचिन इस वक्त हत्या के प्रयास (Attempt to Murder) के एक मामले में जेल में बंद है। पीछे घर पर पिता से कुत्ता संभला नहीं और आज यह भयानक हादसा हो गया।

यह घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है—रिहायशी इलाकों में ऐसे खूंखार नस्ल के कुत्तों को पालने की इजाजत और लापरवाही की सजा आखिर एक मासूम क्यों भुगते?