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Up Kiran, Digital Desk: दिवाली की अगली सुबह दिल्ली-एनसीआर के लोगों की आँखें धुएं और ज़हर में लिपटी हवा में खुलीं. पटाखों पर बैन के बावजूद देर रात तक हुई आतिशबाजी का नतीजा यह हुआ कि शहर की हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई. आज सुबह दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 358 दर्ज किया गया, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है.

दिल्ली के कई इलाके तो गैस चैंबर में तब्दील हो गए हैं. सबसे बुरी हालत सोनिया विहार की रही, जहां AQI 449 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया. दिवाली की रात शुरू हुई आतिशबाजी का असर सुबह तक देखने को मिला, जब आसमान में धुएं की मोटी चादर छाई रही और लोगों को सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन महसूस हुई.

ये हैं दिल्ली के 10 सबसे प्रदूषित इलाके:सोनिया विहार: 449

जहांगीरपुरी: 445

विवेक विहार: 444

शादीपुर: 434

पंजाबी बाग: 433

वजीरपुर: 424

बवाना: 418

मुंडका: 412

आनंद विहार: 411

आर.के. पुरम: 399

एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले कुछ दिनों तक हवा की स्थिति ऐसी ही बनी रह सकती है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे सुबह की सैर से बचें और बहुत ज़रूरी होने पर ही मास्क लगाकर घर से बाहर निकलें, खासकर बच्चे और बुज़ुर्ग अपना विशेष ध्यान रखें.