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Up Kiran, Digital Desk: दिवाली का त्यौहार नज़दीक है और दिल्ली की हवा अभी से खराब होने लगी है। हालात ऐसे हो गए हैं कि लोगों को सांस लेने में भी दिक्क्त महसूस होने लगी है। दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'खराब' श्रेणी में बना हुआ है, जो की चिंता का विषय है।

शनिवार को भी दिल्ली के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। हवा में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है की सरकार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का पहला चरण लागू करना पड़ा है।

क्या हैं दिल्ली के हालात: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का AQI शुक्रवार शाम 4 बजे 284 दर्ज किया गया, वहीं सुबह 8 बजे यह 367 पर था। सबसे ज़्यादा प्रदूषित इलाकों में आनंद विहार (370), वज़ीरपुर (328), और जहांगीरपुरी (324) शामिल हैं।

प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए इंडिया गेट जैसे इलाकों में ट्रक-माउंटेड वाटर स्प्रिंकलर तैनात किए गए हैं, ताकि हवा में मौजूद धूल के कणों को कम किया जा सके। अक्षरधाम के पास भी AQI 230 दर्ज किया गया, जो 'खराब' श्रेणी में आता है।

क्यों खराब हो रही है दिल्ली की हवा?

मौसम विभाग और पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना ​​है कि हवा की धीमी गति और तापमान में गिरावट के कारण प्रदूषक तत्व हवा में जमा हो रहे हैं, जिससे हवा ज़हरीली हो रही है। यह स्थिति खासकर बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए काफी खतरनाक है।

दिवाली पर ग्रीन पटाखों की अनुमति के बावजूद, हवा की बिगड़ती गुणवत्ता त्यौहार के मज़े को किरकिरा कर सकती है।

सरकार उठा रही है कदम: दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने GRAP का पहला चरण लागू कर दिया है। यह तब लागू होता है जब AQI 201 से 300 के बीच होता है। इसके तहत, सभी संबंधित एजेंसियों को 27 निवारक कार्रवाइयों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें एंटी-स्मॉग गन का उपयोग, पानी का छिड़काव और धूल शमन के उपाय शामिल हैं।