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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश की राजनीति में लंबे समय से चल रही अटकलों पर आखिरकार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट प्रतिक्रिया दी है। CM पद को लेकर अपने नाम की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि 2017 में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत के बाद उनके मन में कभी भी CM बनने की इच्छा नहीं थी, और न ही उन्होंने खुद को इस पद के लिए संभावित दावेदार माना।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में डिप्टी सीएम रहे मौर्य ने इन तमाम अटकलों को “मीडिया की कल्पना” और “विपक्ष की साजिश” बताया। उन्होंने साफ किया कि पार्टी नेतृत्व और विधायकों ने जब योगी आदित्यनाथ को CM बनाने का निर्णय लिया, तो उन्होंने उसे एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पूर्ण निष्ठा से स्वीकार किया।
मौर्य ने कहा, “हमारे लिए पार्टी और संगठन सर्वोपरि हैं। भाजपा में व्यक्ति की महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि विचारधारा और अनुशासन की प्राथमिकता होती है।”
उनके इस बयान को पार्टी के अंदर किसी भी तरह के अंतरविरोध की चर्चाओं को शांत करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
योगी जी से कोई प्रतिद्वंदिता नहीं
बीते कुछ वर्षों में मौर्य और CM योगी आदित्यनाथ के बीच संबंधों को लेकर कई बार कयास लगाए जाते रहे हैं। कभी संगठनात्मक फैसलों को लेकर, तो कभी नौकरशाही से जुड़ी नीतियों पर दोनों नेताओं के बीच मतभेद की खबरें सामने आती रही हैं। लेकिन मौर्य ने इन सभी चर्चाओं को सिरे से नकारते हुए कहा कि योगी जी के साथ उनका तालमेल पूरी तरह मजबूत है और दोनों मिलकर राज्य के विकास में जुटे हैं।
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