
दीर अल बलाह: गाजा पट्टी में इजरायल की सैन्य कार्रवाई थमने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर से इजरायली वायुसेना ने भीषण हवाई हमले किए हैं, जिनमें 100 से अधिक फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है। मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इनमें से 27 लोग उत्तरी गाजा के एक स्कूल में शरण लिए हुए थे, जिसे निशाना बनाया गया। यह जानकारी फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दी गई है।
स्कूल में शरण ले रहे लोगों की भी हुई मौत
फलस्तीन स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ज़हेर अल-वाहिदी ने बताया कि गाजा के तुफ्फाह इलाके में एक स्कूल से 14 बच्चों और 5 महिलाओं के शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि घायलों की संख्या 70 से अधिक है, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। इसलिए मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।
ज़हेर अल-वाहिदी ने अहली अस्पताल के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए बताया कि हिजाय्याह इलाके में हुए हमलों में भी 30 से ज्यादा लोगों की जान गई है। लगातार हो रही इन बमबारी से गाजा के कई हिस्सों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है।
इजरायल का मकसद: हमास पर दबाव बनाना
इजरायली सेना ने एक बार फिर दोहराया है कि उनकी कार्रवाई का मकसद हमास को दबाव में लाना और उसे गाजा से पूरी तरह बाहर करना है। सेना ने हाल ही में उत्तरी गाजा के कुछ हिस्सों में रहने वाले नागरिकों को चेतावनी देते हुए क्षेत्र खाली करने का अल्टीमेटम दिया था।
इजरायल का कहना है कि हमास को कमजोर करने के लिए उसे रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाना पड़ रहा है। इसके लिए सेना हवाई और जमीनी दोनों स्तर पर अभियान तेज कर रही है।
सेना की चेतावनी और नागरिकों का पलायन
इजरायली सेना ने गाजा में आगे की बड़ी सैन्य कार्रवाई के संकेत दिए हैं। सेना ने कहा है कि वह भारी सैन्य बल के साथ अगले चरण की योजना तैयार कर रही है। इसके चलते गाजा के कई इलाकों में दहशत का माहौल है।
लोगों में इतनी घबराहट है कि वे पैदल ही अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की तलाश में निकल रहे हैं। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भारी सामान के साथ जाते हुए देखा गया। कुछ लोग अपने सामान को पीठ पर लादे हुए दिखे, तो कुछ खच्चरों और गाड़ियों के सहारे पलायन कर रहे थे।