
Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पश्चिम बंगाल का दौरा किया, जहां उन्होंने राज्य में कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और उनकी आधारशिला रखी। इस अवसर पर बोलते हुए, प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि 2047 तक 'विकसित भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पश्चिम बंगाल का विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बंगाल के विकास की गति और पैमाना ही भारत के विकास की कहानी लिखेगा। उन्होंने राज्य में रेलवे, बंदरगाह और पेट्रोकेमिकल्स जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया या उनका शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि ये परियोजनाएं राज्य में कनेक्टिविटी को बढ़ाएंगी, यात्रा के समय को कम करेंगी और आर्थिक गतिविधियों को गति देंगी।
उन्होंने 'विकसित भारत' के अपने दृष्टिकोण को दोहराते हुए कहा कि सरकार 'गति और पैमाने' के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसे अक्सर 'मोदी की गारंटी' के रूप में संदर्भित किया जाता है। उन्होंने कहा कि विकास की यह गति सुनिश्चित करेगी कि बंगाल अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कर सके।
प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के युवाओं, किसानों और महिलाओं की क्षमता की सराहना की और कहा कि उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत राज्य की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देगी। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि राज्य में निवेश और औद्योगिक विकास से रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे और लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा।
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री मोदी के बयान और नई परियोजनाओं का शुभारंभ इस बात पर ज़ोर देता है कि केंद्र सरकार 'विकसित भारत' के अपने व्यापक लक्ष्य को प्राप्त करने में पश्चिम बंगाल को एक प्रमुख भागीदार के रूप में देखती है, और राज्य के बुनियादी ढांचे और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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