
Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। धारवाड़ के सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) नारायण भारामणी ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमानित किए जाने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) के लिए आवेदन किया है। इस घटना ने राज्य के पुलिस महकमे और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, यह घटना तब हुई जब मुख्यमंत्री एक समीक्षा बैठक कर रहे थे। बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने एएसपी भारामणी को कुछ मुद्दों को लेकर सार्वजनिक रूप से फटकारा और अपमानित किया। इस सार्वजनिक फटकार से नारायण भारामणी इतने आहत हुए कि उन्होंने तुरंत वीआरएस लेने का फैसला कर लिया।
ईमानदार अधिकारी की छवि:
नारायण भारामणी को पुलिस विभाग में एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में जाना जाता है। उनकी इस छवि के कारण ही उनके वीआरएस लेने के फैसले ने ज्यादा विवाद खड़ा कर दिया है। यह घटना पुलिस अधिकारियों के मनोबल और प्रशासनिक हस्तक्षेप को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
उनके वीआरएस आवेदन पर अब आगे की प्रक्रिया जारी है, और इस घटना पर सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार है। यह मामला अब राज्य में राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है, जहां विपक्ष सरकार और मुख्यमंत्री पर पुलिस अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार करने का आरोप लगा सकता है।
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