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Up Kiran, Digital Desk: दक्षिण एशिया में सामरिक तनाव लगातार गहराता जा रहा है, विशेषकर तब से जब अप्रैल 2025 में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के संबंधों को और संवेदनशील बना दिया। अब, इसी पृष्ठभूमि में एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है, जो भारत के कथित सैन्य अभियान और पाकिस्तान के संवेदनशील क्षेत्रों पर उसके संभावित प्रभाव से जुड़ा है।

जून की उपग्रह तस्वीरों में दिखे हमले के निशान

हाल ही में गूगल अर्थ के माध्यम से जून 2025 में ली गई उपग्रह छवियों का विश्लेषण यह संकेत देता है कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा जिले में स्थित किराना हिल्स इलाके में मिसाइल हमले का संकेत मिलता है। ये विश्लेषण प्रसिद्ध उपग्रह इमेजरी विशेषज्ञ डेमियन साइमन द्वारा सार्वजनिक मंच एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किया गया, जिसने सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञों के बीच नई बहस छेड़ दी है।

ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ती कड़ियाँ

डेमियन साइमन के आकलन के अनुसार, उपग्रह चित्रों में जो प्रभाव बिंदु नज़र आ रहा है, वह संभवतः मई 2025 में भारतीय सैन्य कार्रवाई — जिसे ऑपरेशन 'सिंदूर' कहा गया उसके के दौरान प्रक्षिप्त मिसाइल का परिणाम है। यह जानकारी खास तौर पर महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारतीय वायु सेना ने पूर्व में किराना हिल्स स्थित किसी भी परमाणु-संबंधित स्थल को निशाना बनाने की बात से इनकार किया था।

रणनीतिक हवाई ठिकाने की मरम्मत पर ध्यान

इन्हीं चित्रों में सरगोधा एयरबेस के रनवे में किए गए हालिया सुधार कार्य भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। इस मरम्मत की गति और स्तर यह दर्शाते हैं कि एयरबेस पाकिस्तान के लिए एक अत्यंत रणनीतिक महत्व वाली संपत्ति है, जिसे जल्द से जल्द पुनः क्रियाशील करना प्राथमिकता माना गया। इन संकेतों से मई महीने में हुए हमलों के असर की पुष्टि और अधिक प्रबल हो जाती है।

किराना हिल्स: संवेदनशीलता का केंद्रबिंदु

किराना हिल्स क्षेत्र लंबे समय से पाकिस्तान के परमाणु अनुसंधान और मिसाइल कार्यक्रमों से जुड़ा रहा है। ऐसे में इस इलाके में कोई भी संदिग्ध हमला क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा विशेषज्ञों की चिंता का कारण बन सकता है। यदि ये निष्कर्ष सही साबित होते हैं, तो भारत और पाकिस्तान — दोनों परमाणु संपन्न राष्ट्रों — के बीच पहले से तनावग्रस्त हालात और भी बिगड़ सकते हैं।

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