Up Kiran, Digital Desk: दोस्तों, दिल्ली और एनसीआर के लोगों के लिए प्रदूषण अब हर साल की कहानी बन चुका है, लेकिन हर बार यह चिंताएँ बढ़ा जाता है. राजधानी दिल्ली पर एक बार फिर 'ज़हरीली धुंध' (टॉक्सिक स्मॉग) की मोटी चादर छा गई है. हवा की क्वालिटी इतनी ख़राब हो चुकी है कि साँस लेना भी मुश्किल हो रहा है. मंगलवार (18 नवंबर 2025) सुबह से ही शहर में प्रदूषण का स्तर 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
क्या है शहर का हाल? AQI पहुंचा खतरनाक स्तर पर
राजधानी के कई इलाकों में सुबह से ही आसमान में धुंध छाई हुई दिखी. 'वायु गुणवत्ता सूचकांक' (Air Quality Index- AQI) लगातार 'बहुत खराब' कैटेगरी में बना हुआ है, और कई जगहों पर तो यह 'गंभीर' श्रेणी के करीब पहुँच गया है. इसका सीधा मतलब है कि हवा में सूक्ष्म कणों (PM2.5 और PM10) और अन्य प्रदूषकों की मात्रा बहुत ज़्यादा बढ़ गई है, जो हमारी सेहत के लिए बेहद ख़तरनाक है.
इस तरह की हवा में साँस लेना न सिर्फ़ बुज़ुर्गों और बच्चों के लिए ख़तरनाक है, बल्कि स्वस्थ लोगों को भी इससे गले में खराश, आँखों में जलन, साँस लेने में दिक्कत और फेफड़ों से जुड़ी समस्याएँ हो सकती हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे, तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ सकती हैं.
क्यों हो रहा है ऐसा बार-बार?
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें सबसे प्रमुख हैं:
- पराली जलाना: आस-पास के राज्यों में धान की पराली जलाना.
- गाड़ियों से निकलने वाला धुआँ: बढ़ते ट्रैफिक और पुराने वाहनों का उत्सर्जन.
- निर्माण कार्य: जगह-जगह चल रहे कंस्ट्रक्शन (निर्माण) प्रोजेक्ट्स.
- ठंडा मौसम: सर्दी का मौसम आते ही हवा की गति कम हो जाती है, जिससे प्रदूषक एक जगह जमा होने लगते हैं.
दिल्ली सरकार क्या कर रही है?
हर साल दिल्ली सरकार प्रदूषण को रोकने के लिए कई उपाय करती है, जैसे कि 'ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान' (GRAP) लागू करना, ऑड-ईवन योजना पर विचार करना, निर्माण कार्यों पर पाबंदी लगाना और पटाखे जलाने पर रोक लगाना. लेकिन ऐसा लगता है कि ये सभी उपाय मिलकर भी प्रदूषण की इस गंभीर चुनौती का पूरी तरह से सामना नहीं कर पा रहे हैं.
हमें क्या करना चाहिए?
जब तक हवा साफ न हो जाए, तब तक अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कुछ बातें अपनाना ज़रूरी है:
- घर पर रहें: बहुत ज़रूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें.
- मास्क पहनें: बाहर निकलने पर N95 मास्क का इस्तेमाल करें.
- हवा साफ़ करने वाले उपकरण: घर के अंदर एयर प्यूरीफायर (हवा साफ़ करने वाला उपकरण) का इस्तेमाल करें.
- पौधे लगाएँ: घरों और बालकनियों में ज़्यादा से ज़्यादा पौधे लगाएँ.
- साफ-सफाई: घर में धूल-मिट्टी कम जमा होने दें.
- सेहत का ध्यान: खासकर बुज़ुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का ख़ास ख़याल रखें.
दिल्ली को इस 'ज़हरीली हवा' से कब राहत मिलेगी, यह अभी कह पाना मुश्किल है, लेकिन इतना ज़रूर है कि हर नागरिक को अपनी तरफ से सचेत रहने और बचाव के सभी उपाय अपनाने की ज़रूरत है.

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