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Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक के सनसनीखेज़ धर्मस्थल स्कैंडल ने अब दिल्ली में भी दस्तक दे दी है। इस मामले में "मास्क मैन चिन्नय्या" नाम के एक आरोपी ने कथित तौर पर सैकड़ों शवों को दफनाने की बात कबूली थी, जिसके बाद से ही यह मामला गरमाया हुआ है। अब इस केस की जाँच केंद्रीय एजेंसी से कराने की माँग को लेकर स्वामीजी के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात की है।

अमित शाह ने दिया भरोसा

बुधवार को दिल्ली में पंचमसाली पीठ और गुरुपुरा वज्रदेही मठ के प्रमुखों से मुलाक़ात के दौरान अमित शाह ने उन्हें सतर्क आशावाद का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इस मामले पर नज़र बनाए हुए हैं और आगे की कार्रवाई तय करने के लिए जल्द ही कैबिनेट की बैठक बुलाएंगे। हालांकि, मामले को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को सौंपा जाएगा या नहीं, इस पर अभी विचार चल रहा है।

धार्मिक संस्थानों के लिए आएगा नया क़ानून

इस मुलाक़ात के दौरान अमित शाह ने एक और बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि धार्मिक संस्थानों को निशाना बनाकर फैलाई जा रही झूठी ख़बरों और मानहानि को रोकने के लिए जल्द ही एक नया क़ानून लाया जाएगा। उन्होंने धर्मगुरुओं से भी अपील की कि वे अपने अनुयायियों के बीच फैल रही ग़लत सूचनाओं का खंडन करने में मदद करें।

ED की भी एंट्री, यूट्यूबर पर शिकंजा

इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले में अपनी जाँच शुरू कर दी है। ED उन आरोपों की जाँच कर रही है, जिनमें कहा गया है कि कुछ यूट्यूबरों को मामले से जुड़ी भ्रामक कहानियाँ फैलाने के लिए विदेशी फंडिंग मिल रही थी। विशेष जाँच दल (SIT) पहले ही इन दावों को प्रचारित करने के लिए कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।

कस्टडी में "मास्क मैन चिन्नय्या"

आरोपी चिन्नय्या अभी भी SIT की हिरासत में है और अदालत ने उसकी कस्टडी तीन दिन के लिए बढ़ा दी है। उसकी अगली पेशी 6 सितंबर को होनी है। वहीं दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर चल रही भ्रामक ख़बरों के असर को कम करने के लिए धर्मस्थल में एक "धार्मिक जागरूकता बैठक" भी आयोजित की गई है। यह मामला अब कई स्तरों पर उलझ गया है और हर किसी को आगे की कार्रवाई का इंतज़ार है।

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