
Up Kiran, Digital Desk: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में जारी संघर्ष को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि इज़राइल 60 दिनों के युद्धविराम के लिए कुछ शर्तों पर सहमत हो गया है। इसके साथ ही, उन्होंने हमास को इस समझौते को स्वीकार करने की कड़ी चेतावनी दी है।
एक साक्षात्कार में बोलते हुए, ट्रंप ने हमास से इस समझौते को स्वीकार करने का आग्रह किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, "आपको यह करना ही होगा। यह एक बहुत अच्छा सौदा है। यदि आप इसे नहीं करते हैं, तो मुझे लगता है कि हमास के साथ कुछ बहुत बुरा होगा।" ट्रंप का यह बयान हमास पर दबाव बनाने के लिए एक स्पष्ट संकेत माना जा रहा है।
यह बयान बाइडेन प्रशासन द्वारा गाजा में एक स्थायी युद्धविराम कराने के चल रहे प्रयासों के बीच आया है, जिसमें सभी बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता में वृद्धि शामिल है। ट्रंप का हस्तक्षेप ऐसे समय में हुआ है जब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय गाजा में संघर्ष को समाप्त करने के लिए राजनयिक समाधान खोजने की कोशिश कर रहा है।
प्रस्ताव का समर्थन करते हुए, ट्रंप ने राष्ट्रपति बाइडेन के संघर्ष से निपटने के तरीके की आलोचना भी की। उन्होंने अपनी पुरानी बात दोहराई कि उनके राष्ट्रपति रहते इजराइल पर 7 अक्टूबर का हमला नहीं हुआ होता।
ट्रंप का यह दावा गाजा संघर्ष के राजनीतिक आयामों को और जटिल बना रहा है, क्योंकि इसमें इज़राइल की कथित सहमति और हमास पर अंतरराष्ट्रीय दबाव दोनों शामिल हैं। आने वाले दिन महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय यह देखेगा कि क्या हमास ट्रंप की चेतावनी पर ध्यान देगा और क्या यह समझौता क्षेत्र में लंबे समय से चल रहे संघर्ष को समाप्त कर पाएगा।
--Advertisement--