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Up Kiran, Digital Desk: सावन की पावन बेला दस्तक देने को तैयार है, और इसी के साथ देशभर के शिवालयों में तैयारियां जोरों पर हैं। प्रयागराज स्थित ऐतिहासिक मनकामेश्वर महादेव मंदिर में इस बार कुछ नई व्यवस्था लागू की गई है जो श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ी होने के साथ-साथ मंदिर की गरिमा बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

क्या आप इस बार मनकामेश्वर महादेव के दर्शन करने जा रहे हैं? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है।

ड्रेस कोड अनिवार्य, पारंपरिक पोशाक में ही होगी पूजा

मनकामेश्वर मंदिर प्रशासन ने फैसला लिया है कि अब मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना करने के लिए हर श्रद्धालु को पारंपरिक वस्त्रों में आना अनिवार्य होगा। पुरुषों को धोती और कुर्ता, जबकि महिलाओं को साड़ी या सलवार-सूट पहनकर ही मंदिर में प्रवेश और पूजा की अनुमति दी जाएगी।

खासकर यदि आप रुद्राभिषेक जैसे विशेष अनुष्ठानों में भाग लेना चाहते हैं, तो इन नियमों का पालन अनिवार्य होगा।

नहीं है पारंपरिक पोशाक? चिंता की कोई बात नहीं

जिन श्रद्धालुओं के पास ये कपड़े नहीं हैं, उनके लिए मंदिर प्रशासन ने व्यवस्था कर रखी है। आवश्यकता होने पर मंदिर की ओर से पारंपरिक वस्त्र उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि किसी की आस्था बाधित न हो।

पुजारियों के लिए भी लागू हुआ आचार संहिता

मंदिर प्रशासन केवल श्रद्धालुओं से ही अनुशासन की अपेक्षा नहीं कर रहा, बल्कि पुजारियों पर भी सख्त नियम लागू किए गए हैं। अब कोई भी पुजारी जो पान, गुटखा या तंबाकू का सेवन करता है, उसे पूजा कराने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह कदम मंदिर की पवित्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।

धार्मिक गरिमा बनाए रखने की पहल

मंदिर समिति का कहना है कि इन नए प्रावधानों का उद्देश्य किसी को रोकना नहीं, बल्कि मंदिर की आध्यात्मिक गरिमा और धार्मिक परंपराओं की रक्षा करना है। कई बार देखा गया है कि कुछ लोग अत्यंत आधुनिक या अनुपयुक्त पोशाक में मंदिर पहुंचते हैं, जिससे पूजा स्थल की शुद्धता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

 

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