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राजधानी दिल्ली के छावला इलाके में रविवार और सोमवार की दरमियानी रात को पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस कार्रवाई में दो वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिनके पैरों में गोली लगने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से गोलियां चलीं, लेकिन पुलिस की जवाबी कार्रवाई से बदमाशों को काबू कर लिया गया।

अंधेरे में हुआ ऑपरेशन, बदमाशों ने पहले की फायरिंग

क्राइम ब्रांच की आरके पुरम टीम को छावला क्षेत्र में कुछ संदिग्धों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके में जाल बिछाया। रात के अंधेरे में जैसे ही बदमाश मौके पर पहुंचे, पुलिस ने उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा। लेकिन बदले में बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर गोलियां चला दीं। इसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें दोनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी।

पकड़े गए अपराधियों की पहचान दीपक हड्डी और कैलाश के रूप में हुई है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनका संबंध किसी संगठित गिरोह से तो नहीं है।

पुलिसकर्मी पर जानलेवा हमला कर चुके हैं आरोपी

जांच में सामने आया है कि दोनों बदमाश पहले भी अपराधों में शामिल रहे हैं। बताया गया है कि इन्होंने 27 मार्च को एक पुलिसकर्मी पर जानलेवा हमला किया था। तब से ही इनकी तलाश चल रही थी। क्राइम ब्रांच इस हमले को भी ध्यान में रखते हुए गहन पूछताछ कर रही है।

नांगलोई में हुई मुठभेड़ में तीन ट्रक लुटेरे भी गिरफ्तार

इससे पहले 9 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने नांगलोई इलाके में एक और मुठभेड़ के बाद तीन ट्रक लुटेरों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राजेश (25), खुर्शीद (24) और नितिन (24) के रूप में हुई थी। खुर्शीद पहले भी कम से कम 10 आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया है।

ये आरोपी ट्रक चालकों को निशाना बनाते थे, उनसे मोबाइल फोन और नकदी लूटते और मारपीट करते थे। मंगलवार और बुधवार को दर्ज दो एफआईआर के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर इन लुटेरों को किराड़ी रेलवे क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार किया गया।

पुलिस का रुख सख्त, अपराधियों पर लगातार कार्रवाई

दिल्ली पुलिस की ओर से लगातार ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है जो राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं। हालिया मुठभेड़ और गिरफ्तारियों से साफ है कि दिल्ली पुलिस का फोकस न केवल अपराध पर अंकुश लगाने पर है, बल्कि अपराधियों के नेटवर्क को भी तोड़ने का है।