
Up Kiran, Digital Desk: जम्मू-कश्मीर के डोडा और उधमपुर जिलों से सटे घने जंगलों में छिपे आतंकवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे एक बड़े तलाशी अभियान के दौरान देश ने अपना एक और बहादुर बेटा खो दिया है. आतंकियों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया है.
जंगलों में छिपे हैं आतंकी
यह मुठभेड़ आज सुबह बजद-गलगला के जंगली इलाके में उस समय शुरू हुई जब सुरक्षा बल आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे. इसी दौरान, एक गुफा में छिपे हुए आतंकियों ने जवानों पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी. इस गोलीबारी में सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया.
उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गहरे जख्मों के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दे दिया.
क्यों चलाया जा रहा है यह ऑपरेशन?
यह तलाशी अभियान हाल ही में रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में हुए सिलसिलेवार आतंकी हमलों के बाद शुरू किया गया था. इन हमलों में 9 आम नागरिकों और सीआरपीएफ के एक जवान की जान चली गई थी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने इन জঙ্গलों में छिपे आतंकियों के सफाए के लिए एक मेगा ऑपरेशन लॉन्च किया था.
अधिकारियों का मानना है कि 30 से 40 आतंकी, जिनमें से कई विदेशी हैं, इन पहाड़ी और जंगली इलाकों में छिपे हो सकते हैं. सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के जवान मिलकर इस पूरे इलाके की घेराबंदी करके चप्पे-चप्पे की तलाशी ले रहे हैं. हमारे बहादुर जवान की शहादत इस बात का सबूत है कि वे अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सुरक्षा के लिए डटे हुए हैं.