
Up Kiran, Digital Desk: आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में इंग्लैंड ने अपने अभियान की ऐसी धमाकेदार शुरुआत की है, जिसकी गूंज लंबे समय तक सुनाई देगी। गुवाहाटी के बारास्पारा स्टेडियम में खेले गए एक पूरी तरह से एकतरफा मुकाबले में इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को 10 विकेटों से रौंदकर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इंग्लिश टीम ने यह लक्ष्य 215 गेंदें बाकी रहते ही हासिल कर लिया, जो वर्ल्ड कप के इतिहास में गेंदों के लिहाज से उनकी चौथी सबसे बड़ी जीत है।
दिलचस्प बात यह है कि वर्ल्ड कप में उनकी सबसे बड़ी जीत भी 2013 में कटक के मैदान पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ ही आई थी, जब उन्होंने 243 गेंदें शेष रहते मैच जीता था।
लिंसे स्मिथ के कहर के आगे ढह गई साउथ अफ्रीका
मैच की कहानी इंग्लैंड की कप्तान नेट साइवर-ब्रंट के टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के फैसले के साथ ही लिख दी गई थी। उनका यह फैसला सोने पर सुहागा साबित हुआ, क्योंकि नई गेंद के साथ तेज गेंदबाज लिंसे स्मिथ (3 ओवर में 7 रन देकर 3 विकेट) साउथ अफ्रीका के लिए किसी बुरे सपने की तरह थीं।
स्मिथ ने अपने पहले दो ओवरों में ही दोनों ओपनरों को पवेलियन भेज दिया। उन्होंने पहले कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट (5) को अपनी ही गेंद पर कैच किया और फिर टैज़मिन ब्रिट्स (5) को क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद लॉरेन बेल (1/24) ने सुने लूस (2) को चलता किया, और स्मिथ ने अपना तीसरा शिकार मेरिज़ैन कैप (4) को बनाया।
देखते ही देखते साउथ अफ्रीका की टीम 21 रनों पर ही अपने 4 विकेट खो चुकी थी।
ताश के पत्तों की तरह बिखरी टीम: इसके बाद तो मानो विकेटों की झड़ी लग गई। 9 ओवर के अंदर साउथ अफ्रीका की आधी टीम सिर्फ 31 रनों के स्कोर पर आउट हो चुकी थी और टीम इस शुरुआती झटके से कभी उबर ही नहीं पाई।
विकेटकीपर सिनालो जाफ्ता ने 36 गेंदों पर 22 रन बनाकर कुछ संघर्ष जरूर किया, लेकिन वह अकेली थीं। वह दहाई का आंकड़ा छूने वाली एकमात्र बल्लेबाज थीं। अंत में, पूरी साउथ अफ्रीकी टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और एक शर्मनाक स्कोर पर ढेर हो गई, जो वनडे वर्ल्ड कप में उनका दूसरा सबसे छोटा टोटल बन गया। इसके जवाब में इंग्लैंड के ओपनरों ने बिना कोई विकेट खोए आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया और टूर्नामेंट में एक जोरदार चेतावनी जारी कर दी।