img

Yuvraj Singh Birthday: सन् 2007 टी20 वर्ल्ड कप में भारत की चैंपियनशिप का मुख्य श्रेय युवराज सिंह को जाता है, जिन्होंने 2011 वर्ल्ड कप में भी बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया, जिससे भारत ने 28 साल बाद खिताब जीता। युवराज सिंह को उस टूर्नामेंट में प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब मिला और उन्हें दुनियाभर के फैंस ने सराहा।

हालांकि, 2014 में सब कुछ बदल गया। 6 अप्रैल को मीरपुर में टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत का सामना श्रीलंका से हुआ। इस मैच में युवराज ने 21 गेंदों पर केवल 11 रन बनाए, उनका स्ट्राइक रेट बेहद कम रहा। उनकी धीमी बैटिंग के कारण भारत ने सिर्फ 130 रन बनाए, जो श्रीलंका के लिए आसान लक्ष्य साबित हुआ।

भारत की हार के बाद युवराज को प्रशंसकों के गुस्से का सामना करना पड़ा। उनके घर पर पत्थर फेंके गए और उन्होंने हार की जिम्मेदारी खुद ली। युवराज ने स्वीकार किया कि उन्होंने खराब खेला और उस दिन की निराशा ने उन्हें महसूस कराया कि उनका करियर खत्म हो गया है। यह घटना युवराज के लिए एक मुश्किल समय साबित हुई, जहाँ उन्होंने अपने हीरो से विलेन बनने की कहानी का सामना किया।

उन्होंने कहा कि फाइनल मैच के दौरान मलिंगा अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। इतनी अच्छी की कोहली और धोनी भी उन्हें नहीं खेल पा रहे थे।

 

--Advertisement--