
Up Kiran , Digital Desk: दराबाद कमिश्नर टास्क फोर्स, साउथ-ईस्ट ज़ोन की टीम ने मसाब टैंक पुलिस के साथ मिलकर एक फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र रैकेट का भंडाफोड़ किया। उन्होंने दो लोगों को गिरफ्तार किया और विभिन्न विश्वविद्यालयों के 36 फर्जी प्रमाण पत्र जब्त किए।
पुलिस ने तालाबकट्टा में प्रोफेसर-होम ट्यूटर के रूप में मशहूर सैयद इमरान (40) और फर्स्ट लांसर इलाके के मोहम्मद खादर (27) को गिरफ्तार किया है। इमरान पहले तीन आपराधिक मामलों में शामिल था, जिसमें उसके खिलाफ लंबे समय से दो गैर-जमानती वारंट लंबित थे।
पुलिस के अनुसार, दोनों को चाचा नेहरू पार्क, मसाब टैंक के पास प्रमाण पत्र वितरित करते समय गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ में पता चला कि खादर ने 2016 में पढ़ाई छोड़ दी थी और वह बीटेक पूरा नहीं कर सका, लेकिन वह अमेरिका या विदेश में उच्च शिक्षा और नौकरी करना चाहता था। कमिश्नर टास्क फोर्स के एडिशनल डीसीपी एंडे श्रीनिवास राव ने बताया कि उसने विदेश में पढ़ाई करने के लिए इमरान से 80,000 रुपये में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी की बीबीए डिग्री के फर्जी प्रमाण पत्र खरीदे थे।
इमरान ने खुलासा किया कि वह जरूरतमंदों को फर्जी सर्टिफिकेट मुहैया कराता था, जिनके पास कोई शैक्षणिक योग्यता नहीं होती थी और विदेश में पढ़ाई के नाम पर मोटी रकम वसूलता था। वह अभ्यर्थियों से डिटेल और रकम लेकर उन्हें व्हाट्सएप के जरिए दिल्ली के रोहन श्यामलाल को भेजता था। बाद में रोहन विभिन्न विश्वविद्यालयों के फर्जी सर्टिफिकेट और हार्ड कॉपी तैयार करके कूरियर के जरिए इमरान को भेजता था। ये सर्टिफिकेट अभ्यर्थियों को सौंप दिए जाते थे।
--Advertisement--