Up Kiran, Digital Desk: सिडनी के बोंडी बीच पर 14 दिसंबर को हुए सामूहिक गोलीबारी के मामले में नया खुलासा हुआ है। अधिकारियों ने इस हत्याकांड के लिए दो संदिग्धों की पहचान पिता-पुत्र नवीद और साजिद अकरम के रूप में की है। इस हमले में अब तक कम से कम 16 लोग मारे गए हैं, जिसमें एक 10 वर्षीय बच्चा भी शामिल है। 38 लोग घायल हैं, और अधिकारियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज़ ने इस जघन्य हमले की निंदा करते हुए सोमवार को पूरे देश में झंडे आधे झुके रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा, "यह हमला जानबूझकर यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया था, और हम इसे कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।" प्रधानमंत्री ने यह भी वचन दिया कि सरकार यहूदी-विरोधी भावना को जड़ से मिटाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी।
न्यू साउथ वेल्स पुलिस के कमिश्नर माल लैन्योन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि 50 वर्षीय नवीद अकरम को पुलिस ने गोली मारकर ढेर कर दिया, जबकि उनके 24 वर्षीय बेटे साजिद अकरम को गंभीर रूप से घायल होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लैन्योन ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस इस घटना में किसी तीसरे बंदूकधारी की संलिप्तता की जांच नहीं कर रही है।
जांच में यह सामने आया कि नवीद अकरम के पास छह लाइसेंसी हथियार थे, और घटनास्थल से पुलिस ने कुल छह हथियार बरामद किए।। पुलिस ने इस मामले की गहन जांच जारी रखने की बात की है।
इस दौरान सोशल मीडिया पर एक भयावह वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें पिता-पुत्र की जोड़ी को समुद्र तट पर गोलीबारी करते हुए देखा जा सकता है। इस घटना से सिडनी में यहूदी समुदाय सदमे में है और लोग इसे "अविश्वसनीय" मान रहे हैं।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने इस हमले को देश के इतिहास का काला दिन बताते हुए कहा, "हम कभी भी हिंसा, विभाजन या नफरत के आगे नहीं झुकेंगे। इस संकट से हम एकजुट होकर बाहर निकलेंगे।"



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