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Up Kiran, Digital Desk: उत्तराखंड में मानसून का कहर एक बार फिर तीर्थ यात्रियों की परीक्षा ले रहा है। रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा को एक बार फिर अस्थायी रूप से रोकना पड़ा है। इस बार भूस्खलन ने सोनप्रयाग के निकट गौरीकुंड मार्ग को प्रभावित किया है, जिससे सैकड़ों श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना करना पड़ा।
भूस्खलन से मार्ग अवरुद्ध, SDRF ने संभाला मोर्चा
एसडीआरएफ चौकी सोनप्रयाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शनिवार को क्षेत्र में भूस्खलन के कारण केदारनाथ की ओर जाने वाला मुख्य रास्ता आंशिक रूप से बंद हो गया। इस स्थिति की सूचना मिलते ही उपनिरीक्षक आशीष डिमरी के नेतृत्व में एसडीआरएफ की एक विशेष टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। टीम ने वहां पहुँचकर न सिर्फ राहत कार्य शुरू किया, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की।
100 से अधिक श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया
एसडीआरएफ द्वारा चलाए गए इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान, फंसे हुए करीब 100 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और उन्हें वैकल्पिक रास्ते से आगे की यात्रा में सहायता दी गई। दूसरी ओर, लोक निर्माण विभाग की टीमें भी स्थिति को सामान्य बनाने में जुटी हैं। वैकल्पिक मार्ग तैयार करने के लिए जेसीबी मशीनें और मजदूर लगातार काम कर रहे हैं।
केदारघाटी के गांवों में तबाही, रूमसी में कई घर जलमग्न
भारी बारिश की वजह से रुद्रप्रयाग जिले की केदारघाटी स्थित रूमसी गांव में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। गांव के कई घरों में पानी भर गया है और आधा दर्जन से अधिक वाहन मलबे में दब गए हैं। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है, वहीं प्रशासन राहत सामग्री पहुंचाने में जुटा है।
IMD का अलर्ट: अगले कुछ दिन भारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। देहरादून, चंपावत और नैनीताल में तेज बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि ऊधमसिंह नगर और पर्वतीय इलाकों में आंधी-तूफान और भारी वर्षा का अनुमान है। यह स्थिति 31 जुलाई तक बनी रह सकती है।
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