
गर्मियों में पेट से जुड़ी परेशानियां आम बात हैं। हल्का-सा तला या मसालेदार खाना खाने से ही गैस, जलन और एसिडिटी जैसी दिक्कतें होने लगती हैं। ऐसे मौसम में ठंडी और आरामदायक चीजों को डाइट में शामिल करना बेहद जरूरी हो जाता है। आपकी रसोई में मौजूद एक साधारण मसाला सौंफ, इन परेशानियों से राहत दिला सकता है।
सौंफ न सिर्फ पाचन तंत्र को दुरुस्त करती है, बल्कि पेट को ठंडक भी देती है, जिससे गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी जैसे लक्षणों में सुधार आता है। आइए जानें सौंफ का सेवन कैसे करें और इससे क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
गर्मियों में सौंफ का महत्व
सौंफ की तासीर ठंडी होती है और यही वजह है कि इसे गर्मियों में खाने के बाद या सुबह खाली पेट लेने की सलाह दी जाती है। सौंफ का नियमित सेवन पेट में ठंडक लाता है और गैस व एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करता है।
कैसे करें सौंफ का सेवन?
खाने के बाद चबाएं:
1 चम्मच सौंफ को सीधे चबाएं। चाहें तो इसमें थोड़ा मिश्री मिला सकते हैं।
सौंफ का पाउडर:
सौंफ को पीसकर पाउडर बना लें और 1 चम्मच पानी के साथ सेवन करें। यह पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है।
सौंफ का पानी:
रात को 1 चम्मच सौंफ पानी में भिगो दें। सुबह छानकर खाली पेट पिएं। लगातार कुछ दिनों तक ऐसा करने से एसिडिटी और जलन में राहत मिलेगी।
ड्रिंक्स में मिलाकर:
सौंफ को गर्मियों की डिटॉक्स ड्रिंक या हर्बल चाय में मिलाकर भी लिया जा सकता है।
सौंफ के प्रमुख फायदे
पाचन तंत्र को सुधारे:
सौंफ में मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है और भारीपन की समस्या से राहत देता है।
लिवर को डिटॉक्स करे:
सौंफ के नियमित सेवन से लिवर की सफाई होती है और शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं।
मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा दे:
सौंफ मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
कब्ज से राहत:
पुरानी कब्ज से परेशान लोगों के लिए सौंफ रामबाण साबित हो सकती है।
ब्लड प्रेशर को संतुलित करे:
सौंफ का सेवन बीपी को नियंत्रित करता है और मानसिक तनाव को कम करता है।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लाभकारी:
सौंफ शरीर को आराम देती है और तनाव को कम करने में मददगार होती है, जिससे दूध उत्पादन पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।
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