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Up Kiran, Digital Desk: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच आगामी बैठक एक नई दिशा में मुड़ सकती है, जिसमें एशिया-पैसिफिक समिट के दौरान फेंटेनाइल मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। ट्रंप ने इस बात का संकेत दिया है कि वह शी जिनपिंग से फेंटेनिल की आपूर्ति और इसके प्रभावों पर बात करेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक विवाद उभरा है।

फेंटेनाइल विवाद पर एक नजर

फेंटेनाइल, एक शक्तिशाली दर्द निवारक दवा, न केवल अपने चिकित्सीय उपयोग के कारण, बल्कि इसके नशे के लिए इस्तेमाल होने के कारण भी चर्चा में रही है। अमेरिका में इसे ओवरडोज़ का प्रमुख कारण माना जाता है, और इस समस्या की जड़ चीन के उस रसायन आपूर्ति से जुड़ी है, जो इस दवा के निर्माण में काम आता है। राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि अगर चीन इन रसायनों के निर्यात पर नियंत्रण लगाए तो अमेरिका चीन से लगाए गए टैरिफ में कमी करेगा। वर्तमान में अमेरिकी प्रशासन ने चीनी उत्पादों पर 55 प्रतिशत तक कर लगाया हुआ है।

क्या है फेंटेनाइल?

फेंटेनाइल, जिसे आमतौर पर दर्द निवारक दवाओं के रूप में उपयोग किया जाता है, उसकी अत्यधिक ताकत के कारण यह एक अत्यंत खतरनाक दवा साबित हो सकती है। यह हेरोइन और मॉर्फिन से भी ज्यादा प्रभावी है, और इसकी एक छोटी सी मात्रा भी व्यक्ति के लिए जानलेवा हो सकती है। हालांकि इसे मेडिकल तौर पर उपयोग किया जाता है, लेकिन इसके नशे के रूप में इस्तेमाल होने के कारण यह एक गंभीर समस्या बन गया है।

अमेरिका में, यह दवा न केवल मरीजों द्वारा इलाज के लिए ली जा रही है, बल्कि इसका उपयोग कई लोग नशे के रूप में भी कर रहे हैं। इस वजह से ट्रंप प्रशासन चीन से मांग कर रहा है कि वह फेंटेनाइल बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों का निर्यात रोके। इसके तहत अमेरिकी सरकार ने चीन पर कड़ा व्यापारिक दबाव भी बनाया है।

लत की समस्या: फेंटेनाइल का खतरा

फेंटेनाइल के लगातार उपयोग से लोग इसकी लत का शिकार हो जाते हैं। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्तर पर भी प्रभावित करता है, जिससे व्यक्ति इसके हानिकारक प्रभावों के बावजूद इसका उपयोग जारी रखता है। कई बार, यह दवा नकली गोलियों या अन्य अवैध ड्रग्स में मिलाकर बेची जाती है, जिससे इसके उपयोगकर्ताओं को बिना जाने इसका सेवन करना पड़ता है, और यह ओवरडोज़ का कारण बन सकता है।

अमेरिका में, फेंटेनाइल के साथ एक अन्य खतरा यह है कि यह अन्य नशीली दवाओं के साथ मिलकर और भी खतरनाक हो सकता है। हालांकि, अब परीक्षण उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है ताकि इसके जोखिम को कम किया जा सके, लेकिन यह समस्या फिर भी व्यापक बनी हुई है।