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Up kiran,Digital Desk : हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत लाहौल घाटी में आखिरकार मौसम ने करवट बदल ही ली। लंबे सूखे के बाद सोमवार सुबह जब लोगों की आंखें खुलीं तो उन्होंने देखा कि रोहतांग दर्रे समेत ऊंची चोटियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है। कोकसर और ग्रांफू जैसे इलाकों में भी बर्फ के फाहे गिरने से पूरी घाटी जन्नत जैसी नजर आने लगी। इस ताजा बर्फबारी के साथ ही इलाके में हाड़ कंपा देने वाली शीतलहर भी तेज हो गई है।

शिमला में धूप, पर मंडी-बिलासपुर में कोहरे का येलो अलर्ट

एक तरफ जहां पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है, वहीं मैदानी इलाकों में कोहरे ने दस्तक दे दी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मंडी और बिलासपुर जिलों के लिए घने कोहरे का 'येलो अलर्ट' जारी किया है। खासकर मंडी की बल्ह घाटी और बिलासपुर के भाखड़ा बांध के पास सुबह और देर रात घना कोहरा छा सकता है, जिससे सड़कों पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो सकता है।

हालांकि, राजधानी शिमला और आसपास के इलाकों में अभी भी अच्छी धूप खिली हुई है, लेकिन मौसम विभाग का अनुमान है कि चंबा, कांगड़ा और कुल्लू के ऊपरी इलाकों में भी हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। आने वाले 3-4 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की और गिरावट आएगी, जिससे ठंड और भी ज्यादा बढ़ जाएगी।

बर्फबारी से निपटने की 'महा-तैयारी': 700 मशीनें और 30 हजार कर्मचारी संभालेंगे मोर्चा

दिसंबर के आखिर या जनवरी में होने वाली भारी बर्फबारी से निपटने के लिए हिमाचल सरकार ने भी कमर कस ली है। लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सड़कों से बर्फ हटाने और यातायात को सुचारू रखने के लिए एक बड़ा प्लान तैयार किया है।

  • 700 मशीनें होंगी तैनात: बर्फ हटाने के लिए 700 से ज्यादा मशीनें लगाई जाएंगी।
  • 30 हजार कर्मचारी मैदान में: फील्ड कर्मचारियों के साथ-साथ मल्टी-टास्क वर्कर भी सड़कों को साफ करने के काम में जुटेंगे।
  • पहले खुलेंगे बड़े रास्ते: बर्फबारी के कारण सड़कें बंद होने पर सबसे पहले मुख्य राज्य मार्गों को खोला जाएगा, ताकि लोगों की आवाजाही न रुके।
  • कंट्रोल रूम से होगी निगरानी: PWD मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जहां से बंद सड़कों की जानकारी दी जाएगी और टीमें भेजी जाएंगी।

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भरोसा दिलाया है कि इस बार बर्फबारी से निपटने की पूरी तैयारी है और लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।