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Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान के ब्यावर इलाके में शनिवार की सुबह एक बड़ी रेल दुर्घटना उस वक्त टल गई जब गरीब रथ एक्सप्रेस (12216) के इंजन में अचानक आग लग गई। यह घटना सेंदड़ा रेलवे स्टेशन के पास तड़के करीब 3 बजे घटी जब अधिकांश यात्री नींद या सफर की थकान में डूबे थे। रेलवे और दमकल कर्मियों की तेज़ कार्रवाई ने स्थिति को संभाल लिया जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।
इंजन से उठता धुआं बना अफरा-तफरी की वजह
रात के अंधेरे में जैसे ही ट्रेन सेंदड़ा के निकट पहुंची इंजन से अचानक तेज़ आवाज़ के साथ धुआं निकलने लगा। पहले तो यात्रियों को कुछ समझ नहीं आया लेकिन जब आग की लपटें दिखीं तो हड़कंप मच गया। ट्रेन में करीब 500 यात्री सवार थे जिनमें से कई मोबाइल चला रहे थे तो कुछ नींद में जाने की तैयारी कर रहे थे। स्थिति भयावह होती इससे पहले ही लोग सतर्क हो गए और डिब्बों से बाहर झांकने लगे।
बच्चों और बुजुर्गों को लेकर डिब्बों से बाहर निकलने लगे यात्री
आग की भनक मिलते ही कई यात्री घबरा गए और विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों को लेकर डिब्बों से बाहर की ओर बढ़ने लगे। हालांकि यह राहत की बात रही कि आग केवल इंजन तक ही सीमित रही और यात्री डिब्बे सुरक्षित रहे।
रेलवे कर्मचारियों और दमकल विभाग की सतर्कता ने बचाई जानें
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे कर्मचारी हरकत में आए और तत्काल स्थिति को काबू में लेने की कोशिश शुरू कर दी। ब्यावर से दमकल विभाग की टीम को बुलाया गया जो कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंच गई। करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। इंजन को ठंडा करने की प्रक्रिया के बाद रेल अधिकारियों ने वैकल्पिक इंजन की व्यवस्था कर ट्रेन को आगे रवाना किया।
तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट बनी हो सकती है वजह
रेलवे अधिकारियों के अनुसार प्रारंभिक जांच में आग लगने की संभावित वजह तकनीकी खामी या शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। घटना के बाद रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू की गई।
स्थानीय लोगों ने की त्वरित कार्रवाई की सराहना
स्टेशन पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और यात्रियों ने फायर ब्रिगेड और रेलवे कर्मचारियों की सराहना की जिनकी फुर्ती और सतर्कता से एक बड़ा हादसा टल गया। यदि कुछ मिनटों की भी देरी होती तो परिणाम भयावह हो सकते थे।
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